इंदिरा गांधी ने ही भारत के लिए सर्वप्रथम मिसाइल का सपना देखा था- डॉ.मधेपुरी

31 अक्टूबर 1984 को अंतिम सांस लेने वाली आयरन लेडी या अटल जी के मुख से दुर्गावतार कहलाने वाली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ही भारत के लिए सर्वप्रथम मिसाइल का सपना देखा था। दुनिया को अलविदा कहने से 1 वर्ष पूर्व यानि वर्ष 1983 में श्रीमती गांधी ने भारत के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम से कहा था कि एक ऐसा मिसाइल बनाओ जो चीन तक पहुंच जाए यानि 5000 किलोमीटर तक का अचूक निशाना साध सके।

डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के अत्यंत करीबी रहे समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी बताते हैं कि जब तीन दशक बाद अग्नि-वी मिसाइल तैयार हुआ तब डॉ.कलाम ने कहा था-  “Credit goes to Smt. Indira Gandhi.”

डॉ.कलाम पर कई पुस्तकें लिखने वाले डॉ.मधेपुरी कहते हैं कि डॉ.कलाम के निर्देशन में बनाए गए अग्नि मिसाइल ने उस आयरन लेडी के सपने को पूरा किया, जिसकी एक बटन दबाते ही वह इंडियन टेरिटरी से सीधे बीजिंग और शंघाई तक पहुंच जाएगा। श्रीमती गांधी की चर्चा करते वक्त डॉ.कलाम ने उड़ीसा के सीएम बीजू पटनायक को भी श्रीमती गांधी की तरह विजनरी लीडर कहा था। वर्ष 1993 में अग्नि-वी मिसाइल के लॉन्चिंग स्टेशन निर्माण के बाबत समय लेकर जब उड़ीसा के सीएम के कार्यालय में  डॉ.कलाम पहुंचे तो देखते हैं कि पहले से ही संचिका सीएम के सामने है।

डॉ.मधेपुरी ने कहा कि उड़ीसा के मुख्यमंत्री बीजू पटनायक ने डॉ.कलाम का हाथ थामते हुए यही कहा था- “मैं व्हीलर आईलैंड सहित पांच आईलैंड डीआरडीओ को देने का मन इस शर्त के साथ बना लिया हूं कि चीन द्वारा भेजे गए आमंत्रण पर जब तक मैं चीन जाऊँ तब तक आपके द्वारा बनाया गया अग्नि मिसाइल भी चीन तक पहुंच जाए।”

आज दोनों विजनरी लीडर्स पीएम इंदिरा गांधी और सीएम बीजू पटनायक को सारा देश नमन करता है और उनके विजन को सैल्यूट करता है।

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