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तीसरी बार सीएम के हाथों पुरस्कृत हुए डीएम मो.सोहैल

सबों को पता है कि सूबे बिहार में कुल 38 जिले हैं जिनमें से मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भाप्रसे) सहित कुल 9 जिले के जिलाधिकारी और डीडीसी को उनके बेहतर कार्यों के लिए भारतीय सिविल सेवा दिवस (21 अप्रैल, शनिवार) के दिन राजधानी पटना में सम्मानित किया गया- सूबे के सीएम नीतीश कुमार द्वारा | वही सीएम जो देश-विदेश में विकास पुरुष के रूप में ख्याति अर्जित कर चुके हैं |

बता दें कि सिविल सेवा दिवस के अवसर पर राजधानी पटना में सामान्य प्रशासन विभाग के बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी द्वारा “संवाद” नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कर्मठ हाथों से सूबे के नौ चुनिंदे जिलाधिकारी एवं डीडीसी को सम्मानित किया गया |

यह भी जानिए कि वे चुनिंदे डीएम एवं डीडीसी निम्न जिले के हैं जिन्हें प्रधान सचिव आमिर सुबहानी (IAS) द्वारा पत्र भेजकर आमंत्रित किया गया था | वे जिले हैं- मधेपुरा, किशनगंज, शेखपुरा, नालंदा, समस्तीपुर, पटना, जहानाबाद, रोहतास और दरभंगा |

यह भी बता दें कि बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम, बिहार लोक शिकायत अधिकार अधिनियम एवं सात निश्चय योजनाओं के कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियाँ हासिल करने वाले चुनिंदा इन नौ जिलों के डीएम, डीडीसी को CM Nitish Kumar ने सम्मानित करके सूबे में कार्यरत समस्त सिविल सेवाओं के अधिकारियों के बीच उनकी पहचान को ऊंचाई देने का काम किया है |

यह भी जानिए कि जिले के विकास को समर्पित डीएम मो.सोहैल यहां की सभी योजनाओं की प्रगति का जायजा प्रतिदिन लेते हैं | सरकारी योजनाएँ, चाहे सूबे की सरकार की हो या केंद्रीय सरकार की- डीएम अपने व्यक्तिगत कार्यों को भले ही भूल जाय, परंतु छोटी-बड़ी सभी सरकारी योजनाओं की निगरानी मिनट-टू-मिनट करना नहीं भूलते | वे जांच की क्रॉस चेकिंग भी विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से करा ही लेते हैं |

मधेपुरा के मशहूर समाजसेवी साहित्यकार और भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के करीबी रहे डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि यदि भारत के कुल 712 जिलों के जिलाधिकारियों में से आधे जिलाधिकारी भी अगर डायनेमिक डीएम मो.सोहैल की तरह ही जिले के विकास के लिए समर्पित हो जायें तो अभी भी गांधीयन मिसाइलमैन डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा 2020 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का जो सपना देखा गया था वो पूरा हो सकता है !

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मधेपुरा में बनने वाले इंजन पर ‘मधेपुरा’ अंकित होगा – सीएओ आर.के.गुप्ता

यह सच है कि मधेपुरा के किसानों की जमीन पर मधेपुरा के ही सांसद रहे लालू प्रसाद के रेल मंत्रित्वकाल में मधेपुरा को रेल इंजन कारखाना बनाने की स्वीकृति मिली जिसे डायनेमिक डीएम मो.सोहैल एवं समस्त रेल पदाधिकारियों व कर्मियों की मेहनत व लगन ने समय से पूर्व तैयार कर दिया और इंजन को पटरी पर दौड़ा दिया |

यह भी बता दें कि फैक्ट्री से निकलकर ट्रायल के लिए मधेपुरा स्टेशन तक आये इंजन पर ‘मधेपुरा’ अंकित नहीं देखने पर मधेपुरा के युवाओं के दिल की धड़कन को महसूस किया मधेपुरा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले समाजसेवी डॉ.मधेपुरी ने | फिर क्या था, समाजसेवी डॉ.मधेपुरी ने इस आशय- “मधेपुरा रेल फैक्ट्री से निकले इंजन पर मधेपुरा अंकित हो” का आवेदन जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भा.प्र.से.) को प्रेषित करने से पूर्व ही मधेपुरा अबतक को हस्तगत करा दिया |

जानिए कि मधेपुरा अबतक द्वारा इस दिशा में पहल किये जाने पर रेल कारखाना के मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी आर.के.गुप्ता ने जहां मधेपुरा अबतक को आश्वस्त किया कि मधेपुरा रेल इंजन कारखाना में बनने वाले प्रत्येक इंजन पर अब मधेपुरा का नाम अंकित रहेगा, वहीं श्री गुप्ता ने यह भी बताया कि फिलहाल भारतीय रेल एवं अल्सटॉम कंपनी द्वारा एसम्बल्ड इस इंजन को कारखाना परिसर में 30 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ही चलाया जा रहा है | आगे मेन लाइन पर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाकर ट्रायल किया जाएगा | फिर अप्रैल-मई में यूपी के सहारनपुर भेजकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की फुल स्पीड से चलाकर ट्रायल किया जायगा, क्योंकि वहां पर इंजन के मेंटेनेंस के लिए फ्रांस की एल्सटॉम कंपनी द्वारा डिपो बनाया गया है | उन्होंने मधेपुरा अबतक को यह भी बताया कि सहारनपुर में आरडीएसओ की टीम की देख-रेख में और कई प्रकार के ट्रायल किये जायेंगे |

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मधेपुरा रेल फैक्ट्री से निकले इंजन पर ‘मधेपुरा’ तो अंकित हो !

मधेपुरा जिले के किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन पर इलेक्ट्रिक रेल इंजन कारखाना बनाने की स्वीकृति तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में मिली थी | फिर मधेपुरा जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल के सफल सहयोग एवं डिप्टी चीफ इंजीनियर के.के.भार्गव सहित उच्चाधिकारियों व सभी कनीय पदाधिकारियों के कठिन परिश्रम के चलते यह रेल फैक्ट्री निर्धारित समय से 6 माह पूर्व ही सारा कार्य पूरा कर लिया | फ्रांस की अल्सटॉम कंपनी के सहयोग से तैयार किया गया | 12 हज़ार HP का विद्युत रेल इंजन राष्ट्र को समर्पित होने के लिए भारत के PM मोदी और फ्रांस के प्रेसिडेंट मैक्रॉन का 28 फरवरी से इंतजार कर रहा है |

बता दें कि 28 फरवरी 2018 को उद्घाटन होना था लेकिन मानसी-सहरसा के बीच रेल विद्युतीकरण कार्य अधूरा रहने के कारण उद्घाटन नहीं हो सका | इस बीच रेल फैक्ट्री से दौरम मधेपुरा स्टेशन तक लगभग 2 किलोमीटर की रेल पटरी पर इंजन दौड़ लगाती हुई आई-गई |

यह कि युवाओं द्वारा जहाँ खुशी जाहिर करते हुए नये रेल इंजन के फोटो को कैमरे में कैद किया जाने लगा वहीं इंजन पर ‘मधेपुरा’ लिखा नहीं देखने पर सभी मायूस हो गये | जानिये कि कुछ बोल गये कि दिल्ली से आते समय कहीं इंजन पर गोंडा अंकित देखा तो कहीं ‘गोरखपुर’….. ‘सहारनपुर’ या ‘समस्तीपुर’ भी |

यह भी जानिये कि जिस तरह भारत के विकसित होने की चिंता भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम को हुआ करती थी उसी तरह डॉ.कलाम के करीबी रह चुके व मधेपुरा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी को इस बात की चिन्ता सता रही है कि मधेपुरा रेल फैक्ट्री में उद्घाटन के लिए रखे गये तैयार दो इलेक्ट्रिक रेल इंजन के किसी कोने में भी ‘मधेपुरा’ क्यों नहीं लिखा गया है |

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मधेपुरा रेल फैक्ट्री से ट्रायल पर बाहर निकला पहला इंजन

मधेपुरा ग्रीन फील्ड रेल फक्ट्री में बना पहला AC विद्युत इंजन आखिर ट्रायल पर कारखाने से बाहर निकल ही गया | बता दें कि दौरम मधेपुरा स्टेशन के मुख्य रेल लाइन से कारखाना जानेवाला 2 किलोमीटर लंबी ट्रैक पर ट्रायल पर निकला पहला एससी विद्युत इंजन को देखने के लिए आसपास के नर-नारियों एवं बच्चे-बूढ़ों की भीड़ जुट गई जबकि 120 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाला इंजन ट्रायल के समय मात्र 30 किलोमीटर की रफ्तार से ही दौड़ रहा था | ट्रायल के बाद इंजन पुन: रेल कारखाना लौट गया |

मधेपुरा रेल फैक्ट्री के डिप्टी चीफ इंजीनियर के.के.भार्गव ने ट्रायल को सफल बताते हुए मधेपुरा अबतक को बताया कि दो पार्ट में बटे इंजन को जोड़कर एक इंजन तैयार किया गया है | 12,000 हॉर्स पावर का एक एसी विद्युत इंजन तैयार किये जाने की जगह छह-छह हज़ार हार्स पावर के दो पार्ट को मिलाकर तैयार किया गया है | श्री भार्गव ने कहा कि इंजन चलाने के लिए चालक दोनों तरफ होते हैं, बीच में नहीं | उन्होंने यह भी कहा कि पहले जहाँ भारत में साढ़े तीन हजार टन वजन खींचने वाला इंजन बनता था वहीं मधेपुरा रेल फैक्ट्री में यह 6,000 टन वजन खींचने वाला इंजन बनकर ट्रायल पर निकला है |

यह भी जानिए कि ट्रायल पर निकले इस रेल इंजन की लंबाई लगभग 35 मीटर है जो दो पार्ट में बना है | अलग तरह का रेल इंजन चलता देखकर लोगों की भीड़ जुटना स्वाभाविक है | तभी तो दर्शक दनादन इस इंजन का अपने-अपने मोबाइल में तस्वीर कैद करने लगे |

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घर प्रथम पाठशाला है और माँ से बड़ा कोई शिक्षक नहीं- डॉ.रवि

ज्ञानभूमि पर आयोजित स्कूली बच्चों के समारोह में उद्घाटनकर्ता के रूप में भू.ना.मंडल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति व पूर्व सांसद डॉ.रमेंद्र कुमार यादव रवि, मुख्य अतिथि वर्तमान विद्वान कुलपति डॉ.अवध किशोर राय, पूर्व प्रतिकुलपति डॉ.के.के.मंडल, परीक्षा नियंत्रक रहे डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी, प्राचार्य डॉ.पी.एन.यादव, डॉ.बी राणा, डॉ.वाई.पी.यादव आदि ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया |

उद्घाटन के उपरांत मंच पर बच्चों के मनभावन स्वागत कार्यक्रम की समाप्ति के बाद सर्वप्रथम डॉ.मधेपुरी ने अपने 2 मिनट के संबोधन में तुलसी का बिरबा लगाने वाले संस्थापक कुलपति डॉ.रवि एवं उसी विश्वविद्यालय को नित नई ऊर्जा के साथ आगे ले जानेवाले वर्तमान कुलपति डॉ.ए.के.राय को भी बिना विस्तार से संबोधित किये ही ज्ञानभूमि पर उपस्थित सभी बुद्धिजीवियों को 1353 ई. के इतिहास की जानकारी देते हुए यही कहा कि डॉ.राणा नर्सिंग होम से पूरब रह रहे सूफी संत दौराम शाह मुस्तकिम के कारण यह ज्ञान भूमि तब से ऐतिहासिक एवं धार्मिक रूप से जाग्रत है | उन्होंने कहा कि उसी सूफी संत का नाम देकर स्टेशन का नाम “दौराम मधेपुरा” रखा गया है | डॉ.मधेपुरी ने तब और अब के गुरु-शिष्यों के बीच बढ़ते जा रहे फासले पर खेद प्रकट करते हुए अपनी चंद पंक्तियाँ सुनाकर खूब तालियाँ बटोरी- शिक्षक समाज का सृजनहार……. रे रक्षक रहवर रखवाला……..!

Honourable Vice-Chancellor Dr.Awadh Kishor Rai addressing at Gyanbhumi Samaroh.
Honourable Vice-Chancellor Dr.Awadh Kishor Rai addressing at Gyanbhumi Samaroh.

बता दें कि समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में वर्तमान विद्वान कुलपति डॉ.अवध किशोर राय ने संस्थापक कुलपति डॉ.रवि, प्रतिकुलपति रहे डॉ.के.के.मंडल व अन्य गणमान्यों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में शिक्षा का वही स्थान है जो स्थान शरीर में दिल का होता है | उन्होंने विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा मानव जीवन की ज्योति है जिसे निरन्तर जलाये रखने वाले लोग आज भी पूज्य हैं | डॉ.राय ने यह भी कहा कि जहाँ कहीं लोग नि:स्वार्थ भाव से शिक्षण संस्थान की स्थापना करते हैं वे पुण्य के भागी बनते हैं वहीं उन्होंने छात्रों के सर्वांगीन विकास यानि पठन-पाठन के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के खेलों, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों आदि में भाग लेने की प्रेरणा देते हुए यहाँ तक कह डाला कि हम और डॉ.मधेपुरी एक ही साथ टी.एन.बी. में पढ़ते थे | वे दो क्लास आगे थे, लेकिन मधेपुरा आने के बाद से मैं हमेशा यही महसूसता रहा हूँ कि डॉ.मधेपुरी में समाहित है मधेपुरा……|

यह भी जानिये कि टी एम बी यू के पूर्व प्रतिकुलपति डॉ.के.के.मंडल ने अपने संबोधन में यही कहा कि शिक्षा दान करना सबसे पवित्र काम है | इसे व्यापार नहीं बनायें | शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने वाले कई विद्वानों के साथ-साथ चिकित्सीय सेवा के लिए डॉ.बी.राणा एवं उनके छोटे पुत्र (कनाडा में कार्यरत) डॉ.विक्रम राणा को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया |

The Founder Vice-Chancellor & Former MP Dr.R.K.Yadav Ravi giving blessings to all.....
The Founder Vice-Chancellor & Former MP Dr.R.K.Yadav Ravi giving blessings to all…..

अंत में उद्घाटनकर्ता प्रखर साहित्यकार डॉ.रवि ने वसंतोत्सव व होलीकोत्सव को साहित्यिक रंग में रंगते हुए यही कहा कि न तो माँ से बढ़कर कोई शिक्षक है और न घर से बढ़कर कोई पाठशाला | उन्होंने कहा कि जहाँ की माताएं सर्वाधिक शिक्षित होंगी उस राष्ट्र को विकसित होने से कोई रोक नहीं सकता | डॉ.रवि ने यूँ उद्घृत करते हुए कहा कि भगवान सभी जगह एक समय नहीं रह सकते इसलिए ईश्वर ने माँ को बनाया | माँ की गोद में सीखी गई भाषा ही मातृभाषा है……. माँ एवं मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं है………|

कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ.अशोक कुमार, डॉ.बी.राणा, प्रभारी प्राचार्य डॉ.परमानंद यादव, डॉ.अमोल राय, डॉ.विक्रम राणा, डॉ.अशोक श्रीवास्तव आदि ने भी संबोधित किया तथा अध्यक्षता की डॉ.उदय कृष्ण एवं मंच संचालन किया यू के इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य व अन्य सहयोगी |

अन्त में सभी गणमान्यों द्वारा ‘ज्ञानरथ’ को हरी झंडी दिखाकर विदा किया गया | कार्यक्रम में मुख्यरूप से उपस्थित रहे सिंडिकेट सदस्य द्वय डॉ.जवाहर पासवान, डॉ.अजय कुमार, डॉ.अशोक कुमार अकेला सहित बच्चे-बच्चियाँ एवं उनके माता-पिता व अभिभावकगण आदि |

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सिंहेश्वर महोत्सव का जानदार-शानदार समापन बना यादगार……!

तीन दिवसीय पाँचवे सिंहेश्वर महोत्सव-2018 के दूसरे दिन हुए कार्यक्रमों में “शिव और शक्ति” की महिमा के गीत प्रस्तुत करते हुए जहाँ मुंबई के सूफी गायक विनोद गवार की आवाज का जादू सर चढ़कर बोला और मंत्रमुग्ध होकर दर्शकों ने उनके शिव तांडव, राधा कृष्ण रासलीला एवं भस्मावतार आरती का भरपूर आनंद उठाया…… वहीं सजदा तेरा सजदा…… से लेकर…… बाबा भोलेनाथ को मनाऊँ कैसे…… आदि गीतों ने खूब तालियाँ बटोरी और संपूर्ण माहौल को भक्ति रस में डुबो दिया | साथ ही इलाहाबाद की झाँकी टीम एवं आसाम की बीहू नृत्य आकर्षण का मुख्य केन्द्र बना रहा |

Rising Star Playback Singer Amitabh Narayan along with Dr.Bhupendra Narayan Madhepuri , BDO Ajit Kumar and others at Singheshwar Mahotsav 2018.
Rising Star Playback Singer Amitabh Narayan along with Dr.Bhupendra Narayan Madhepuri , BDO Ajit Kumar and others at Singheshwar Mahotsav 2018.

समापन की शाम को युवा गायक अमिताभ नारायण एवं मैथिली ठाकुर की जोड़ी ने यादगार बना दिया | हिन्दी, मैथिली एवं भोजपुरी गीतों के जलवे पर थिरकने लगे युवावर्ग और झूमने लगे बच्चे…..! इस जोड़ी की दिलकश मखमली गायकी ने दर्शकों को खूब नचाया, गवाया और बाँध सा लिया | यह महफिल तब और दिलकश हो गयी जब अमिताभ ने मैथिली के संग सुर में सुर मिलाया |

बता दें कि दर्शकों से खचाखच भरे विशाल पंडाल में अमिताभ-मैथिली के स्वरों के साथ बच्चों की माताएं भी गाती हुई नजर आई | जहाँ मधुबनी-बेनीपट्टी की राइजिंग स्टार मैथिली ने ‘अंगनवा में भवनवा में….’ से लेकर ‘दिगम्बर खेले मसाने में होरी……’ पर दर्शकों को झुमाती रही वहीं प्लेबैक सिंगर मुजफ्फरपुर के इंडियन आइडल शो विजेता अमिताभ दर्शकों को भिन्न-भिन्न स्वाद के गानों के साथ झुमाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी……|

Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri , President Awardee Prof.Y.N.Yadav and DDC Mukesh Kumar giving momento to NDC Rajneesh Roy for the best arrangements of Singheshwar Mahotsav 2018.
Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri , President Awardee Prof.Y.N.Yadav and DDC Mukesh Kumar giving momento to NDC Rajneesh Roy for the best arrangements of Singheshwar Mahotsav 2018.

यह भी जानिये कि पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय सिंहेश्वर महोत्सव- 2018 में पटना दूरदर्शन की रूपम त्रिविक्रम एवं भागलपुर आकाशवाणी के मिलिंद गुंजन ने मधेपुरा जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बेहतरीन व्यवस्था की सराहना करते हुए तथा अपनी खूबसूरत कला एवं मधुर आवाज का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को राज्यस्तरीय प्रदर्शन जैसा आनन्द अंततक देते रहे |

जहाँ स्थानीय कलाकारों में स्वर शोभिता संगीत महाविद्यालय की हेमा के निर्देशन में बच्चों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी वहीं कलामंदिर, ओंकार म्यूजिक एवं सृजन दर्पण के निर्देशक विकास कुमार के ‘डोमकच’ के प्रदर्शन पर दर्शकों ने खूब तालियाँ बजायी |

अंत में सभी कलाकारों सहित राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत तबला वादक प्रो.योगेन्द्र नारायण यादव को प्रभारी डीएम सह डीडीसी मुकेश कुमार, एनडीसी रजनीश, समाजसेवी डॉ.मधेपुरी आदि ने सिंहेश्वर नाथ की स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया | बेहतरीन कार्यक्रम संयोजन के लिए एनडीसी रजनीश राय को भी समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी व डीडीसी द्वारा प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया | इस अवसर पर डॉ.मधेपुरी ने कहा- यह पाँचवाँ महोत्सव है | सर्वप्रथम 2014 में डीएम गोपाल मीणा के कार्यकाल में आयोजित हुआ था | तब से आजतक प्रत्येक वर्ष मुझे आने का अवसर मिलता रहा परन्तु इस बार की मंचीय व्यवस्था राज्य स्तरीय मंच जैसा महसूसता रहा हूँ | इसके लिए जिला प्रशासन की जितनी सराहना की जाय वह कम ही होगी |

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त्रि-दिवसीय पाँचवें सिंहेश्वर महोत्सव का भव्य उद्घाटन !

ऋषि श्रृंग की पावन नगरी में त्रि-दिवसीय पाँचवें सिंहेश्वर महोत्सव का भव्य उद्घाटन शुक्रवार को सिंहेश्वर पशु हाट परिसर के सर्वाधिक आकर्षक मंच पर संध्या 4:00 बजे जिला प्रशासन के पदाधिकारियों एवं गणमान्यों की उपस्थिति में बिहार सरकार के विभिन्न विभागों में मंत्री रहे जनसेवी विधायक नरेन्द्र नारायण यादव, जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी एवं समाजसेवी व सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सदस्य डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने दीप प्रज्वलित कर संयुक्तरूप से उद्घाटन किया |

बता दें कि दूरदर्शन ऑल इंडिया रेडियो से आई एंकर रूपम त्रिविक्रम ने अपनी मधुर आवाज से कार्यक्रम का आगाज करते हुए सर्वप्रथम सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सदस्य डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी को पाँचवें महोत्सव में उद्गार व्यक्त करने हेतु आवाज दी |

डॉ.मधेपुरी ने अपने संबोधन में कहा कि शिव ऊर्जा का श्रोत है | शिवलिंग का स्वरूप परमाणु रिएक्टर की तरह होता है जिसकी ऊर्जा अनंत है | शिवलिंग जहाँ स्थापित होता है वहाँ की ऊर्जा से आस-पास का क्षेत्र सकारात्मकता से भरपूर होता है | उन्होंने कहा कि जिसे कोई स्वीकार नहीं करता उसे शिव स्वीकार लेता है | शिव के प्रेम में त्याग, तप और समर्पण भरा होता है | शिव से सीखिए- डिप्रेशन को डमरु बजाकर भगाना |

अंत में डॉ.मधेपुरी ने भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के स्कूली दिनों की चर्चा करते हुए कहा कि वे नमाज पढ़ने के बाद प्रतिदिन रामेश्वरम के शिव मंदिर की परिक्रमा किया करते थे | नटराज शिव का चित्र डॉ.कलाम इसीलिए हमेशा अपने पास रखते कि वे मिसाइल की कठिनतम समस्याओं को भी नाचते-गाते हल कर लिया करते | उन्होंने कहा कि शिव अर्धनारीश्वर है तभी तो वे नारी को शक्ति का स्रोत मानते हैं | वे देवों के देव हैं, तभी तो हर विरोधाभास को अपने अंदर समाहित कर लेते हैं |

जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी ने अपने संक्षिप्त सारगर्भित संबोधन में यही कहा कि सिंहेश्वर महोत्सव में विभिन्न संस्कृतियों की झलक आपको मिलेगी | आप शांति और भाईचारा बनाये रखिए तथा 3 दिनों तक भरपूर आनंद लीजिए |

अंत में समारोह के मुख्य आकर्षण लोकप्रिय मंत्री रहे आलमनगर के जनप्रिय विधायक नरेन्द्र नारायण यादव ने विस्तार से शिव-पार्वती परिवार की विविधताओं को संदर्भित करते हुए बाल विवाह एवं दहेज बंदी की चर्चाएं की और कहा कि इन दिनों बिहार सरकार भी इन दोनों का विरोध करते हुए उसे जड़ से उखाड़ने का प्रयास कर रही है | उन्होंने यह भी कहा कि शिव गरीबों-वंचितों के देवता हैं | हमारा देश आध्यात्मिक देश है, ऋषियों का देश है |

आरंभ में स्वर शोभिता संगीत महाविद्यालय की निदेशिका हेमलता ने बच्चियों के नृत्य व गायन द्वारा एसपी विकास कुमार, डीडीसी मुकेश कुमार, एएसपी राजेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, उपाध्यक्ष रघुनंदन दास, स्काउट एंड गाइड के जयकृष्ण यादव सहित अतिथियों का भरपूर स्वागत किया | देर रात तक गया के कलाकारों द्वारा महाआरती, पूर्वोत्तर कलाकारों की प्रस्तुति के साथ-साथ वाई शंकर मूर्ति की मनभावन प्रस्तुति दर्शकों की तालियाँ बटोरती रही |

उद्घाटन कार्यक्रम सत्र का धन्यवाद ज्ञापन सदर एसडीएम संजय कुमार निराला ने किया – मंचासीन मान्यजनों के साथ-साथ दर्शक दीर्घा में बैठे मीडिया मेन के अतिरिक्त विभिन्न दलों के अध्यक्ष सचिव- शौकत अली, राजीव जोशी, नरेश पासवान, सत्येन्द्र सिंह, ध्यानी यादव, अशोक चौधरी आदि सहित स्थानीय बीडीओ अजीत कुमार, सीओ कृष्ण कुमार व दर्शको को भी |

चलते-चलते शिवभक्तों को यह भी बता दें कि मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भा.प्र.से.) ने सिंहेश्वर में 1-1 महीने का वर्ष में दो बार मेला लगाने का प्रावधान कर दिया है | एक शिवरात्रि में और दूसरा सावन के महीने में, बिल्कुल देवघर की तरह ही |

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डॉ.मधेपुरी ने कहा हमें अपने गणतंत्र पर गर्व है !

मधेपुरा के अमर स्वतंत्रता सेनानी भूपेन्द्र नारायण मंडल के नाम वाले भूपेन्द्र चौक पर प्रातः 8:00 बजे  समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने देश के शहीदों, सेनानियों एवं संविधान सभा के सदस्यों को याद किया तथा उन्हें नमन करते हुए बुद्धिजीवियों एवं स्कूली बच्चों के बीच तिरंगा लहराया | डॉ.मधेपुरी ने यही कहा कि आज सारा भारत 69वाँ गणतंत्र दिवस मना रहा है और एक-एक भारतीय को अपने गणतंत्र पर गर्व है | बस यही है अरमान…. कि हर एक के दिल-व-दिमाग में….. जिंदा रहे हिंदुस्तान !!

और बता दें कि उसी मनीषी के नाम वाले बी.एन.मंडल स्टेडियम में मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (IAS) ने पूरी टीम के साथ 9:00 बजे स्वतंत्रता सेनानियों, ढोल-नगाड़ों से लैस स्कूली बच्चों, NCC एवं स्काउट सहित पुलिस के जवानों व गणमान्यों के बीच तिरंगे को सलामी दिया | मधेपुरा के उत्तरोत्तर विकास के लिए जनसहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए मो.सोहैल ने कहा कि बाल-विवाह , दहेज़ एवं शिक्षा व्यवस्था में समुचित सुधार और छात्र-छात्राओं द्वारा नकल का पूर्णत: परित्याग किये बिना यहाँ इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, आईटीआई….. आदि से लेकर विद्युत रेल इंजन फैक्ट्री निर्माण का कोई औचित्य है क्या ?

Republic Day at B.N. Mandal University, Madhepura.
Republic Day at B.N. Mandal University, Madhepura.

यह भी जानिए कि उसी समाजवादी मनीषी के नाम भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति प्रोफेसर डॉ.अवध किशोर राय द्वारा इस अवसर पर विश्वविद्यालय कार्यालय के समीप 69वें गणतंत्र दिवस पर तिरंगे को सलामी देते हुए संदेश स्वरूप यही कहा गया कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में उन्नति करते हुए एक सबल राष्ट्र के रूप में कदम बढ़ा चुका है | डॉ.राय ने कहा कि जब हम 33 करोड़ थे तब मेरे पास घर में एक बड़ा रेडियो हुआ करता था आज जब लगभग 133 करोड़ के करीब पहूँच रहे हैं तो रेडियो और सिनेमा हॉल मूवी मेरे मुट्ठी में समा गया है……. रुपए भी ढोने से मुक्त कर दिया गया है मोबाइल ने !

Republic Day at T.P. College , Madhepura.
Republic Day at T.P. College , Madhepura.

आज सारा मधेपुरा गणतंत्र के तिरंगे के साथ लहराता रहा | टीपी कॉलेज के नवनियुक्त प्राचार्य सह सिंडिकेट सदस्य डॉ.परमानंद यादव आज इस गणतंत्र दिवस पर तिरंगे को सलामी देने के बाद समर्पण के साथ कार्य करने एवं महाविद्यालय को भारत के मानचित्र पर ले जाने का संकल्प लिया | डॉ.यादव ने सभी कुलपतियों से लेकर श्रद्धेय रतन चंद, महावीर बाबू एवं रवि बाबू सहित पूर्व के सभी प्राचार्यों के अवदानों की भी सराहना की तथा छात्रों को अपनी मेंहनत से महाविद्यालय के नाम को रोशन करने का संदेश दिया |

इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर में शहीद चुल्हाय उद्यान, शिक्षक संघ भवन, अवकाश प्राप्त शिक्षक कल्याण संघ एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ आदि स्थानों पर भी गणतंत्र दिवस ससम्मान मनाया गया | तिरंगामय हो गया संपूर्ण मधेपुरा |

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मधेपुरा को मोदी और मैक्रॉन का इंतजार

मधेपुरा ग्रीनफील्ड विद्युत रेल इंजन फैक्ट्री निर्माण हेतु डायनेमिक डीएम मो.सोहैल की उपस्थिति में जीईएलएफ के डिप्टी चीफ इंजीनियर के.के.भार्गव ने 2016 के मई महीने के प्रथम सप्ताह में भूमि पूजन की थी | इनकी मुस्तैदी ऐसी रही कि निर्धारित समय से पूर्व ही फैक्ट्री बनकर तैयार हो गई और अगले माह फरवरी की 28 तारीख से पूर्व 28 करोड़ कीमत वाला 12,000 हॉर्स पावर (H.P.) का पहला विधुत रेल इंजन तैयार होकर राष्ट्र के नाम समर्पित होने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं फ्रांस के प्रेसिडेंट इमानुएल मैक्रॉन  के आगमन का इंतजार कर रहा है |

बता दें कि उक्त कार्यक्रम का जायजा लेने के लिए अल्सटॉम कंपनी के वरीय कार्यपालक अधिकारी आज मधेपुरा रेल फैक्ट्री में हेलीकॉप्टर से पहुंच रहे हैं जिसकी अनुमति डीएम मो.सोहैल ने दे दी है | यह भी जानिये कि आल्सटॉम के साईट मैनेजिंग डायरेक्टर सचिन गोयल के पत्र के आलोक में जिलाधिकारी ने विद्युत इंजन कारखाना के पास हेलीकॉप्टर उतारने के लिखित अनुमति दी है |

यह भी बता दें कि अल्सटॉम के सीनियर एग्जिक्यूटिव अफसर 23 को आयेंगे और मुआयना करके 24 जनवरी को ही वापस हो जायेंगे | उनकी चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के लिए डीएम द्वारा निर्देश जारी कर दिये गये हैं |

डीएम मो.सोहैल जहाँ भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को रेल फैक्ट्री के संबंधित पदाधिकारी से मिलकर अक्षांश-देशांतर आदि नियमानुसार हेलीपेड निर्माण कार्य करने का निर्देश दिया वहीं अग्निशामक के वरीय पदाधिकारी को उक्त स्थल व तिथि को अग्निशामक वाहन तैयार हालात में रखने को पत्र प्रेषित किया है | साथ ही डीएम द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि 23 और 24 जनवरी को उक्त निर्धारित स्थल पर एक एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करें और आवश्यक जीवन रक्षक दवा सहित चिकित्सक, नर्स, स्टाफ आदि सारी सुविधाएं सदैव उपलब्ध रखें | यहाँ तक कि एसडीएम संजय कुमार निराला को निर्देश दिया गया है कि वे उक्त स्थल पर विधि व्यवस्था हेतु दंडाधिकारी सहित पुलिस बल की व्यवस्था सुनिश्चित करें | ऐसी व्यवस्था के बीच मधेपुरा आगे बढ़ता ही रहेगा |

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मधेपुरा की मानव श्रृंखला ने बाल विवाह- दहेज के खिलाफ ठंड की भी ना सुनी

जहाँ नीतीश सरकार की रीढ़ माने जाने वाले, वित्त-वाणिज्य-विधि एवं बिजली जैसे विभिन्न दुरूह विभागों को सहजतापूर्वक चलाने वाले और साहसिक कदम उठाते हुए जन-जन को लाभ लेने हेतु जागरूक करने वाले मधेपुरा जिला के प्रभारी मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव हो तथा डायनेमिक डीएम मो.सोहैल व एसपी विकास कुमार की पूरी सक्रिय टीम  हो- जो हर घर, हर डगर एवं हर मोड़ पर एक-दूसरे से यही कहते सुने जाते हों-

बनें श्रृंखला के भागीदार , दहेज मुक्त बने बिहार

दहेज़ बिहार छोड़ो , बाल विवाह से नाता तोड़ो

तो भला मधेपुरा की मानव श्रृंखला- बाल विवाह व दहेज के खिलाफ भीषण जानलेवा ठंड के साथ-साथ सरस्वती पूजनोत्सव की भी ना सुनी…… तो ना चाहने वाले भी क्या करें ! बिहार में 4 करोड़ से अधिक लोगों ने 14,000 किलोमीटर मानव श्रृंखला बनाकर नीतीश सरकार के नये व बड़े सामाजिक परिवर्तन की मजबूत बुनियाद रख दी है |

बता दें कि वर्तमान बिजली मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने सभी मीडिया कर्मियों को ‘रीत’ और ‘नीति’ दो शब्दों की कुशल व्याख्या करते हुए संक्षेप में यही कहा कि समाज चलता है रीत से और सरकार चलती है नीति से | अंधविश्वास बढ़ने से समाज रीत से भटककर कुरीतियों के रास्ते चलने लगता है | इससे मुक्ति दिलाने के लिए सरकार को नीति बनाने की जरूरत पड़ती है | समाज को जगाने की और उसकी सहभागिता की आवश्यकता होती है |

इस अवसर पर समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने मीडिया से यही कहा कि समाज को बदलने में बहुत समय लगता है और बदलने वालों को बहुत कुछ सहना पड़ता है | राजा राममोहन राय को सती प्रथा जैसी सामाजिक कुरीति को दूर करने में कितने पत्थर खाने पड़े | नीतीश सरकार ने तो नशा, बाल विवाह और दहेज जैसी कुरीतियों को एक साथ दूर करने का कठोर संकल्प ले लिया है  | परंतु, सफलता इसलिए मिलेगी कि इस संकल्प को पुरुषों से अधिक महिलाओं एवं बच्चों का समर्थन है | डॉ. मधेपुरी ने कहा कि नीतीश सरकार की साइकिल और पोशाक योजना ने तो लड़कियों के हौसलों को पंख लगा दिया है जिसे अन्य राज्य भी ललचाई नजर से देखने लगे हैं और अपनाने भी लगे हैं |

यह भी जानिए कि इस जिले में कहीं दहेज विरोधी नारों से गूंज उठी सड़कें तो कहीं बाल विवाह न करने का लिया गया संकल्प | एक तरफ दिखा जोश तो दूसरी और कुरीतियों के खिलाफ बेमिसाल एकजुटता | उत्साह और उमंग के साथ हर किसी की रही हिस्सेदारी | ठंड में भी उमड़ पड़ा हुजूम | 11:00 बजे से ही दिखने लगी थी भीड़ |

मधेपुरा के भूपेन्द्र चौक पर मानव श्रृंखला में देखे गये- ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र, डॉ.मधेपुरी एवं  बिहार सरकार के वित्त सचिव राहुल कुमार सिंह (आईएएस), जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी, उपाध्यक्ष रघुनंदन दास, आदित्य कुमार, जदयू जिलाध्यक्ष प्रो.बिजेन्द्र प्रसाद यादव, आनंद मंडल, बी.बी. प्रभाकर जैसे प्रमुख जनों को और आकाश में देखा गया ‘ड्रोन’ को उड़-उड़कर फोटो लेते हुये |

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