जानकारी के अभाव में लोग नारी को अबला कहते हैं और नारी सशक्तिकरण की चर्चा भी करते हैं | यूँ हर व्यक्ति को क्या चाहिए – शक्ति, विद्या और धन | इन तीनों के लिए हम पूजा करते हैं – माँ दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी की | इतना ही नहीं, बिहार की बेटी ‘मैत्रैयी’ की ये पंक्तियाँ भारतीय चेतना का आलोक स्तम्भ और युग-युग तक प्रकाश स्तम्भ बना रहेगा –
तमसो मा ज्योतिर्गमय… असतो मा सद्गमय…!
पटना का एस.के.मेमोरियल हॉल ! वर्ष 2015, तारीख 9 जुलाई और दिन गुरुवार | भाषण समाप्त कर अपने सीट पर बैठने जा रहे थे नीतीश कुमार कि महिलाओं ने जोरदार आवाज लगाई – खुशहाल बिहार बनाने के लिए शराब पर प्रतिबंध लगाने हेतु कुछ तो करिये….| नीतीश ने तत्क्षण कहा कि अगली बार सरकार बनी तो शराब बंद कर देंगे……| उसी का परिणाम है कि एक अप्रैल 2016 से बिहार में, प्रथम चरण में, देशी शराब पूर्णतः बंद है |नीतीश एक बार जो ठान लेता है उसे पूरा करके ही रहता है | नीतीश का संकल्प है –
- नशापान से अरे बिहारी, हमें दूर ही रहना है |
- बहुरेंगे अब दिन बिहार के, हर बच्चे को पढ़ना है ||
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने के लिए मधेपुरा जिले के डी.एम. मो.सोहैल, एस.पी. विकास कुमार, डी.डी.सी. मिथिलेश कुमार, एस.डी.एम. संजय कुमार निराला आदि सहित शहर के बुद्धिजीवियों ने जागरूकता रैली निकाली जो मेन रोड से होते हुए रासबिहारी उच्च वि. मैदान में पहुँची | रैली को संबोधित करते हुए डी.एम. मो.सोहैल ने कहा कि 01 अप्रैल 2016 से पूरे बिहार में शराब बंदी लागू हो गयी है | शराब का सेवन करने वाला इंसान हैवान हो जाता है | शराब से शरीर नष्ट होने से साथ-साथ आत्मा भी पथ भ्रष्ट होने लगती है | डी.एम. ने परिवार के सदस्यों के सम्मान के लिए शराब से दूर रहने का संकल्प दिलाया |
एस.पी. विकास कुमार ने कहा कि आज से इस रैली मे शामिल सभी सज्जन शराब सेवन नहीं करने का संकल्प तो ले ही रहे हैं साथ ही दूसरे लोगों को भी शराब से दूर रहने के लिए प्रेरित करने की सबों ने शपथ भी ली | सभी पदाधिकारियों सहित राजद नेता विजेंद्र प्रसाद यादव, जदयू नेता अनिल कुमार तथा काँग्रेसी नेता विष्णुदेव यादव विक्रम सहित शामिल शिक्षकों ने भी आजीवन शराब सेवन नहीं करने का संकल्प लिया |