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मधेपुरा में राज्यस्तरीय कबड्डी का महाकुम्भ

बिहार के 38 जिलों से आये बालक-बालिकाओं की टीम के रंग-बिरंगे ड्रेसों, पताकों एवं तिरंगों से उत्प्लावित बी.एन.मंडल स्टेडियम में कबड्डी के त्रि-दिवसीय (22-24 सितंबर) भव्य समारोह की अध्यक्षता कर रहे मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने उद्घाटनकर्ता के रूप में राष्ट्रीय नेता व सांसद शरद यादव सहित अन्य विधायकगण व मान्यजन सहित उपस्थित खिलाड़ियों-दर्शकों का स्वागत किया | इस अवसर पर डीएम मो.सोहैल एवं एस.पी.विकास कुमार ने कहा कि सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था है | यहां कानून का राज है | देर रात तक कबड्डी का आनंद लें | जमकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करें |

National Leader and M.P. Sri Sharad Yadav honoured by D.D.C. Mithilesh Kumar in the inaugural function of Inter District State Kabaddi Competition at BN Mandal Stadium Madhepura .
National Leader and M.P. Sri Sharad Yadav honoured by D.D.C. Mithilesh Kumar in the inaugural function of Inter District State Kabaddi Competition at B.N. Mandal Stadium Madhepura .

सर्वप्रथम उद्घाटनकर्ता सांसद शरद यादव सहित विधायक नरेन्द्र नारायण यादव, प्रो.रमेश ऋषिदेव, निरंजन मेहता, डी.एम.  मो.सोहैल, एस.पी. विकास कुमार, एस.डी.एम. संजय कुमार निराला, समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, जेडीयू जिलाध्यक्ष प्रो.विजेन्द्र प्रसाद यादव को अंगवस्त्रम-पाग व पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया | पुनश्च, अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कबड्डी के इस महाकुंभ का विधिवत उद्घाटन किया गया |

Dr.Madhepuri honoured by a popular C.D.P.O. of Madhepura District during State Kabaddi Competition at BN Mandal Stadium.
Dr.Madhepuri honoured by a popular C.D.P.O. of Madhepura District during State Kabaddi Competition at BN Mandal Stadium.

उद्घाटनकर्ता शरद यादव ने अपने संक्षिप्त संबोधन में खिलाड़ियों से यही कहा कि खेलों में अच्छे प्रदर्शन से देश का मान बढ़ता है तथा देश को गौरव प्राप्त होता है | उन्होंने खिलाड़ियों से अन्य बातों के अलावा यही कहा कि अव्वल रहने पर गौरव मिलेगा और हार जाने पर फिर से जीतने की तैयारी का जज्बा हासिल होगा……….!

Exibition of grand Jhanki by the students of Tulsi Public School, Madhepura .
Exibition of grand Jhanki by the students of Tulsi Public School, Madhepura .

यह भी बता दें कि सभी जिले की टीम के कप्तान तिरंगे को थामे मंच से गुजरते रहे | स्थानीय स्कूलों द्वारा नगाड़े की चोट से उत्पन्न उत्साहवर्धक धुन बजते रहे | स्काउट-गाइड के आयुक्त जयकृष्ण यादव पूरे माहौल को सजाते रहे | हॉली क्रॉस एवं तुलसी पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा उच्च स्तरीय झांकियां प्रस्तुत किये गये | फिर भी लोगों ने श्यामल कुमार सुमित्र एवं विकास कुमार के निर्देशन में तुलसी पब्लिक स्कूल की कुछ अधिक सराहना की |

यह भी जानें कि उद्घाटन मैच के रुप में जमुई की टीम एवं मधेपुरा की टीम के बीच भिड़ंत हुई | देर रात तक चले अन्य मैचों में दर्शकों के साथ-साथ डी.डी.सी. मिथिलेश कुमार, एस.डी.एम. संजय कुमार निराला, एस.पी. विकास कुमार, एन.डी.सी. मुकेश कुमार, कबड्डी संघ के सचिव अरुण कुमार, स्काउट एवं गाइड के आयुक्त जयकृष्ण यादव, थानाध्यक्ष मनीष कुमार, डी.पी.एस.  के निदेशक किशोर कुमार आदि बेहतर व्यवस्था में लगे रहे |

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शिक्षक शिव कुमार की मनी जयन्ती

अनुशासनिक प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्धि प्राप्त विज्ञान के प्रसिद्ध शिक्षक रहे शिव कुमार प्रसाद की 79 वीं जयंती समारोह का आयोजन उनके आवासीय परिसर में संपन्न हुआ | समारोह की अध्यक्षता जहां साहित्यकार व समाजसेवी डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी ने की वहीं दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन टी.एम. भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति डॉ के.के. मंडल ने किया |

समारोह में डॉ.रमेन्द्र कुमार यादव रवि सरीखे ख्यातिप्राप्त हिन्दी के शिक्षक, प्रधानाचार्य एवं संस्थापक कुलपति को उद्घाटनकर्ता डॉ.के.के.मंडल एवं डॉ. मधेपुरी ने अंगवस्त्रम व कलम देकर सम्मानित किया | डॉ.रवि ने शिवकुमार बाबू की बहुआयामी प्रतिभाओं को उजागर करते हुए कहा कि वे भी विधायक, सांसद कहलाने के बजाय ताजिंदगी शिक्षक ही कहलना चाहते हैं |

Founder V.C. Dr.R.K.Yadav Ravi honoured by Dr.K.K.Madal & Dr.Madhepuri .
Founder V.C. Dr.R.K.Yadav Ravi honoured by Dr.K.K.Madal & Dr.Madhepuri .

शिवकुमार प्रसाद यादव मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्षा करुणा कुमारी एवं सचिव प्रो. रीता द्वारा आयोजित क्विज प्रतियोगिता में सफलतम तीन प्रतिभागियों- अमन राज, हेमंत राज एवं कोमल कुमारी को पुरस्कृत किया गया | इस कार्यक्रम में सहयोगी रहे प्रो. चंद्रशेखर-किशोर, रीना कुमारी आदि |

उद्घाटनकर्ता डॉ.के.के. मंडल सहित मुख्य अतिथि डॉ.अरुण कुमार मंडल, मंच संचालक डॉ. विनय कुमार चौधरी, प्रो. श्यामल किशोर यादव, स्वागताध्यक्ष दशरथ प्रसाद सिंह, डॉ. इंद्र नारायण यादव, डॉ. आलोक कुमार, हरिनंदन यादव, रघुनाथ यादव, आनंद मंडल, अनिल कुमार, डॉ. विभा कुमारी आदि ने शिवकुमार बाबू की कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासनिक प्रतिबद्धता के साथ-साथ उनके आदर्श विचारों की जमकर चर्चाएं की तथा स्तुत्य बताया |

अंत में अध्यक्षीय भाषण में डॉ. मधेपुरी ने अपने आदिगुरु लक्ष्मी प्रसाद सिंह से लेकर लाला सुरेंद्र प्रसाद, जलधर झा जलदेव, युगल राम प्रेम, लक्ष्मी बाबू, नंदकिशोर बाबू, सी.पी. सिंह साहब, गोविंद बाबू आदि शिक्षकों का स्मरण करते हुए तथा अपने प्रिय शिक्षक शिवकुमार बाबू को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए यही कहा कि कर्तव्य निष्ठा एवं आदर्श चरित्र व व्यक्तित्व के बल पर ही इन्होंने समाज में अपनी अमिट पहचान बनाई, राष्ट्र निर्माता बने और समाज का रक्षक-रहवर व रखवाला बने |

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में भजन-संध्या का आयोजन किया गया जिसमें अरुण कुमार बच्चन, राम अवध सिंह, प्रो. रीता कुमारी, रवि रंजन आदि के गायन-वादन ने दर्शकों को देर तक बांधे रखा | डॉ. विनय कुमार चौधरी ने मंच संचालन किया और प्रो. रीता ने धन्यवाद ज्ञापन किया |

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मधेपुरा के भूपेन्द्र चौक पर : 17 शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि

‘उड़ी’ में भारतीय सैनिकों की छावनी पर नापाक आतंकवादियों द्वारा किये गये हमले में 17 जवानों के शहीद होने पर 20 सितंबर की शाम में स्थानीय भूपेन्द्र चौक पर मधेपुरा इप्टा द्वारा उन शहीदों के सम्मान में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया | शहीद जवानों की शहादत को याद करने हेतु आयोजित सभा में मुख्यरूप से सम्मिलित दिखे- इप्टा के संरक्षक व समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, इप्टा के वर्तमान अध्यक्ष डॉ.नरेश कुमार, सचिव अंजलि, पूर्व अध्यक्ष डॉ.आलोक कुमार, तुर्वसु-सुभाषचंद्र सहित इप्टा के रक्षक डॉ.विनय कुमार चौधरी, डॉ.सिद्धेश्वर काश्यप, शिवजी साह, डॉ.नाथेन्द्र गुप्ता, ऑडिटर कौशल मंडल, आनन्द कुमार, संत कुमार उर्फ़ दरोगा जी, संगीतज्ञ रोशन कुमार एवं पारोजी सहित शहर के बुद्धिजीवी-व्यापारी व संवेदनशील युवजन आदि |

आयोजनकर्ता रोशन कुमार द्वारा उपस्थित इप्टा- धर्मियों के हाथों में 17 मोमबत्ती जलाकर दिया गया तथा संरक्षक डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी के हाथों में संबोधन के चन्द शब्दों के लिए ‘माइक’ | डॉ.मधेपुरी ने कहा कि सियाचिन जैसी बर्फिली पहाड़ियों में हमारे जवान जब रात भर जागते हैं तभी सारा देश चैन की नींद सो पाता है | व्यक्तिगत सुख-चैन को गवांकर कोई भी जवान ना तो हिलते हैं और ना डोलते हैं |

Udi Attack Martyrs
Udi Attack Martyrs

यह भी बता दें कि डॉ.मधेपुरी ने उन सभी सतरह शहीदों- बिहार के अशोक कुमार (आरा), एस.के. विद्यार्थी (गया), राकेश सिंह (कैमूर)…… यू.पी.  के आर.के.यादव (बलिया), गणेश शंकर (कबीरनगर), राजेश कुमार सिंह (जौनपुर), हरिंदर यादव (गाजीपुर)….. महाराष्ट्र के उईके जनराव (अमरावती), जी. शंकर (सतारा), टी.एस.सोमनाथ (नासिक)…… झारखंड के नायमन कुजूर (गुमला), जावरा मुंडा (खूंटी)….. वेस्ट बंगाल के विश्वजीत गोराई (24 परगना), जी.दलाई (हावड़ा)…… जम्मू-कश्मीर के करनैल सिंह (जम्मू), रविपाल (जम्मू)…… राजस्थान के एन.एस.रावत (राजसमंद)- के नाम स्मरण करते हुए उन्हें सामूहिक रुप से श्रद्धांजलि समर्पित की तथा दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से यही प्रार्थना की कि इन शहीदों की आत्मा को शांति दें तथा परिजनों को अपार कष्ट सहने की शक्ति |

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मधेपुरा जिले में रोलप्ले एवं लोकनृत्य प्रतियोगिता आयोजित

स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग कार्यक्रम के तत्वावधान में 15 सितंबर को केशव कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय में जिला स्तरीय रोलप्ले एवं लोकनृत्य प्रतियोगिता का भव्य आयोजन डी.ई.ओ. बद्री नारायण मंडल की अध्यक्षता में किया गया  जिसमें उन्होंने कहा कि वर्तमान टॉपिक छात्रों की जीवन शैली से जुड़ी हुई है | श्री मंडल ने किशोरावस्था में हो रही चुनौतियों से निपटने की बातें कही |

जहां इस अवसर पर डी.पी.ओ.(माध्यमिक) सुरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि विद्यालयों में दैनिक जीवन से जुड़े टॉपिक सहजता से छात्र-छात्राओं के बीच आ खड़े होते हैं वहीं जिला समन्यवक कृष्ण कुमार व अन्य गणमान्यों ने स्कूली गतिविधियों का विश्लेषण करते हुए कहा कि किशोरावस्था के आकर्षण व स्वस्थ संबंध तथा अन्य जोखिम भरे चुनौतियों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के नशाखोरी के कुप्रभावों से संबंधित विषयों पर जिले के कई विद्यालयों की छात्राओं ने रोलप्ले नें भाग लिया जिसमें केशव कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राएं अंजलि, पायल, कोमल, नेहा एवं स्नेहलता आदि की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया |

मौके पर लोकनृत्य प्रतियोगिता में मुरलीगंज के बी.एल. स्कूल की छात्रा डिंपल, नमिता, राखी, प्रिया कुमारी एवं खुशबू कुमारी आदि की टीम ने कन्या भ्रूण हत्या, पर्यावरण-रक्षा तथा किशोरावस्था की कौतूहल भरी चुनौतियों से लैस विषयों पर आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति की और प्रथम स्थान प्राप्त किया |

यह भी बता दें कि द्वितीय स्थान पर योगेंद्र उच्च विद्यालय मुरहो तथा तृतीय स्थान पर प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय सिंहेश्वर की छात्राओं की टीम रही |

मौके पर प्राचार्य नवल प्रसाद, यतीन्द्र कुमार मुन्ना, मो.हुसैन अहमद, कैलाश यादव, अमृता कुमारी आदि मौजूद थे | अंत में केशव कन्या की प्राचार्या विभा कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया |

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मधेपुरा जिले में आदिवासी भित्ति चित्र-कला होगी पुनर्जीवित

मिथिला एवं मधुबनी पेंटिंग की तरह आदिवासियों की भित्ति चित्रकला को कागज एवं कैनवास पर लाकर जनजातीय समाज को गरीबी एवं बेरोजगारी के संकट से उबारने के प्रयास में लगे हैं- जिले के डायनेमिक डी.एम.  मो.सोहैल और ग्वालपाड़ा प्रखंड की सीडीपीओ दर्शना कुमारी |

यह भी बता दें कि जिले के ग्वालपाड़ा प्रखंड में गुरुवार को नवज्योति सामाजिक केंद्र एवं आदिवासी कला केंद्र के सौजन्य से आदिवासी बालिकाओं के बीच बतौर वर्कशॉप एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | प्रतियोगिता के आरंभ में प्रखंड प्रमुख सरिता कुमारी, केंन्द्र द्वय की संयोजिकाएं सिस्टर लिली व अंकिता अमन एवं सीडीपीओ दर्शना कुमारी सहित कई गणमान्यों ने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के लोग फिलहाल जिस गरीबी और बेरोजगारी के संकट से संघर्ष कर रहे हैं उन्हें मधुबनी एवं मिथिला पेंटिंग प्रकाशस्तंभ बनकर रास्ता दिखाने का काम करता रहेगा |

फिलहाल इस प्रथम प्रयास में आयोजित प्रतियोगिता में लगभग 5 दर्जन प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई | कार्यक्रम को कंचन ने संचालित किया | आगे सफल प्रतियोगियों को प्रशिक्षित करने हेतु एक जिलास्तरीय वर्कशॉप का आयोजन होगा | बहरहाल, एक त्रिसदस्यीय कमिटी का गठन किया गया है जिसके तीन सदस्य होंगे-संजय कुमार, सिस्टर लिली एवं सीडीपीओ दर्शना कुमारी |

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मधेपुरा समाहरणालय में हिन्दी दिवस की गूँज

समाहरणालय सभाकक्ष में मधेपुरा के डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल की अध्यक्षता में 14 सितंबर को अधिकारियों, साहित्यनुरागियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किया गया, जिसमें प्रेस प्रतिनिधियों की भी सहभागिता रही ।

हिन्दी दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए अध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी मो.सोहैल ने कहा कि अब प्रशासनिक अधिसूचनाएं, आदेश-निर्देश, सेवा नियमावली सहित समस्त प्रगति-प्रतिवेदन आदि मुस्तैदी के साथ हिन्दी में लिखी जायेगी । जिलाधिकारी ने हिन्दी के संबर्धन के बाबत विस्तार से उद्गार व्यक्त करते हुए अंत में यही कहा कि सभी न्यायालयों में निष्पादन किये जानेवाले वादों के निर्णय को अच्छी हिन्दी में निर्गत करनेवाले कर्मियों का नाम राजभाषा विभाग की ओर से दिये जाने वाले पुरस्कार हेतु अनुशंसा की जायगी । उन्होंने हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी के उन्नयन हेतु महत्वपूर्ण विचारणीय सतरह बिंदुओं की टंकित प्रतियां भी वितरित कराई ।

इस अवसर पर प्रो.श्यामल किशोर यादव, प्रो.प्रदीप झा, पत्रकार तर्बसु, चंदन कुमार, शंकर कुमार आदि ने भी हिन्दी के महत्व एवं उसकी उपयोगिता पर विचार व्यक्त किये ।

यह भी बता दें कि समाजसेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने अपने संबोधन में तुर्की रिपब्लिक के संस्थापक कमाल अतातुर्क के संकल्प को याद करते हुए समाजवादी चिंतक भूपेन्द्र नारायण मंडल द्वारा कभी भारतीय संसद में हिन्दी के उन्नयन हेतु माननीय अध्यक्ष से कही गई बातों को उद्घृत किया- अध्यक्ष महोदय ! हिन्दी के लिए मैं पागल नहीं हूं, परंतु भारत में अंग्रेजी को बनाये रखने की कोशिश भारतीय गणतंत्र के साथ विश्वासघात है ।                        

मौके पर डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि 70 वर्षों से हिन्दी तेजी से आगे बढ़ने के बजाय कदम ताल करती रही है । यदि कमाल अतातुर्क की तरह होता हमारे संकल्पों में जान तो हम भी जीत लिए होते आसमान……..! अंत में डी.पी.ओ.राखी कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापित कर निदेशानुसार समारोह के समापन की घोषणा की ।

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मधेपुरा ईदगाह में आम व खास ने मिलकर बकरीद की नमाज अदा की 

कुर्बानी के पर्व बकरीद पर जिले के विभिन्न ईदगाहों में आम व खास द्वारा मिलकर नमाज अदा की गयी और फिर सभी धर्म के लोगों ने मुस्लिम भाईयों से गले मिलकर दुनिया को प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया |

यहां यह भी बता दें कि मधेपुरा के डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल ने ईदगाह की सामूहिक नमाज में आम बनकर शामिल हुए | नमाज अदा करने के बाद बिहार सरकार के मंत्री प्रो.चंन्द्रशेखर एवं मधेपुरा के जनप्रिय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पु यादव व अन्य गणमान्यों ने ईदगाह पहुंचकर जिलाधिकारी मो.सोहैल व अन्य सभी मुस्लिम भाइयों से गले मिलकर बकरीद की बधाई दी | सांसद पप्पु यादव व मंत्री प्रो.चंन्द्रशेखर ने कहा कि समाज में प्रेम, भाईचारे और सौहार्द कायम रखने के लिए सभी वर्ग के लोगों को मिलजुल कर समाज के उन्नयन में सहभागी बनना होगा- तभी समाज मजबूत होगा और देश सबल बनेगा |

जहाँ जिले के उदाकिसुनगंज अनुमंडल के ग्वालपाड़ा, आलमनगर, चौसा प्रखंड के  रहटा, नयानगर, मंजौरा, बुधमा आदि सभी मुस्लिम बहुल इलाकों में भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से बकरीद मनाया गया वहीं सदर मधेपुरा अनुमंडल के गम्हरिया, कुमारखंड, सिंहेश्वर प्रखंड के रहटा, टिकुलिया, भतनी, रौता, लक्ष्मीपुर आदि के साथ-साथ झिटकिया, रूपौली, भवानीपुर आदि पंचायतों एवं मधेपुरा प्रखंड के मलिया, मुरहो आदि के मुस्लिम भाइयों ने भी शांति और सौहार्द के साथ कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा यानी बकरीद मनाया | फिर कब्रिस्तानों में जा-जाकर अपने-अपने पूर्वजों को याद किया | उनके लिए अल्लाहताला से शांति की दुआएं मांगी | प्रायः हर जगह मेले भी लगे | बच्चों ने आइसक्रीम से लेकर बैलून आदि खिलौने की खरीद की, मस्ती  की और जमकर लुत्फ उठाया | इस अवसर पर मुस्लिम भाइयों द्वारा अल्लाह के नाम अपने प्रिय बकरे की कुर्बानी देकर पैगम्बर इब्राहिमी का अल्लाह के प्रति समर्पण को याद किया जाता है और विभिन्न समुदाय के लोगों को दावत पर बुलाया भी जाता है |

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अब टिफिन के बाद भी हाजिरी होगी छात्रों की

कभी तो चीन, जापान और जर्मनी जैसे देशों के विद्यार्थी बिहार के विक्रमशिला और नालंदा विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए आते थे | वे सारे विदेशी भिन्न-भिन्न विद्याएं सीख-सीख कर अपने-अपने घर जाते थे  | वो भी एक समय था जब भारत की विद्याएं दुनिया भर में फैलती रही….. तब जब पांचवी शताब्दी में कदाचित आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञ नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति हुआ करते थे | बिहार में जन्मे उसी आर्यभट्ट के लिए विश्वविख्यात वैज्ञानिक आइंस्टाइन ने कहा है- “मैं आर्यभट्ट के सामने सिर झुकाता हूँ जिन्होंने विश्व को गणित का ज्ञान दिया अन्यथा आज तक जितने भी आविष्कार दुनिया में हुए हैं उनमें से आधा भी संभव नहीं हो पाता |”                        

परन्तु सोचिए तो सही, आज हमारी शिक्षा व्यवस्था को क्या हो गया है ? कौन सा रोग पकड़ लिया है ? लड़के नामांकन कराते हैं और स्कूल नहीं जाते हैं | अभिभावकों को ही नहीं बल्कि शिक्षकों को भी छात्रोपस्थिति के लिए नए-नए उपाय ढूंढने को विवश होने पड़ते हैं |

फिर भी स्थिति में सुधार होते नहीं देखकर मधेपुरा के डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल को जिले के +2 और हाई स्कूलों के प्रधानों के साथ, शिक्षाविदों एवं समाजसेवियों के साथ झल्लूबाबू सभागार में बैठक बुलाकर हर तरह की समस्याओं की जानकारी लेने के बाद कुछ कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं- सात दिनों तक स्कूल नहीं आनेवाले छात्रों का नाम काट दिया जायेगा | अबसेंट रहनेवाले छात्रों से प्रतिदिन दो रुपये अनुपस्थिति दंड वसूल किया जायेगा | इतना ही नहीं, टिफिन के बाद भी छात्रों की हाजिरी ली जायेगी और गैरहाजिर हुए छात्रों से 4 रुपये दंड शुल्क वसूले जायेंगे |

यह भी बता दें कि जिलाधिकारी मो.सोहैल ने धैर्यपूर्वक विद्यालय प्रधानों की सारी समस्याओं को सुना और अपने कनीय पदाधिकारियों को तत्क्षण निदेश देकर समाधान भी करते चले गये | डी.एम. मो.सोहैल  द्वारा रासबिहारी विद्यालय की एच.एम. रंजना कुमारी, विद्या मंदिर कलासन के एच.एम. मो.हुसैन अहमद, केशव कन्या की विभा कुमारी तथा रानीपट्टी के एच.एम.दिनेश यादव आदि की समस्याओं के अविलम्ब निदान हेतु डी.ई.ओ. बद्री नारायण मंडल को आवश्यक निदेश भी दिये गये | डी.एम. मो.सोहैल ने स्कूल प्रबंधन समिति से स्कूल की देख-रेख मुस्तैदी से करने का अनुरोध भी किया और कहा कि रूटीन के अनुसार विद्यालय में पढ़ाई हो…….|

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2018 में होगा बी.पी.मंडल सेतु का पुनर्जन्म

कोसी की लाईफ लाईन डूमरी पुल (बी.पी.मंडल सेतु) बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व मंडल कमीशन के अध्यक्ष बी.पी.मंडल के नाम पर है जिसका 8 पाया और 9 स्पेन विगत 30 अगस्त 2010 को ही क्षतिग्रस्त हो गया था | पानी निर्बाध बहता रहे इस कारण सिर्फ 2 पाये और 3 स्पेन से ही पुल निर्माण किया जा रहा है |

मधेपुरा अबतक द्वारा एस.पी.सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के.के.रंजन से प्राप्त जानकारियां आपके लिए इस प्रकार है- सर्वप्रथम 23 फरवरी, 2016 से ही क्षतिग्रस्त इस सेतु का जीर्णोद्धार कार्य शुरु किया गया था | 4 महीने लग गए क्षतिग्रस्त 8 पाये और 9 स्पेन को हटाने में | आगे 50 करोड़ की राशि से कार्य पूरा कर लिया जायेगा |

यह भी बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर के बाद जैसे ही बरसात खत्म होगा कि किसी दिन कार्य शुरु कर दिया जायगा तथा दिसंबर 2017 तक उसे पूरा भी कर लिया जायगा |

यहां यह भी बता देना मौजूं होगा कि बी.पी.मंडल का जन्म शताब्दी समारोह वर्ष 2018 में है | फिलहाल खगड़िया सहित कोसी वासियों की जो 50 लाख की आबादी आवागमन की मार झेल रही है- उनके लिए पुनर्जन्म ग्रहण किया हुआ यह बी.पी.मंडल सेतु नये साल 2018 का बहुत बड़ा गिफ्ट होगा- जिस पर जनवरी 2018 से लोगों का आवागमन तथा गाड़ियों का परिचालन पुनः शुरू हो जायेगा |

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मदन मोहन झा का सपना: कलक्टर और ड्राइवर की बेटी का एक साथ पढ़ना

बिहार राज्य के मानव संसाधन विकास विभाग के तत्कालीन आयुक्त सह सचिव मदन मोहन झा के 7 सितंबर, 2007 को हुए आकस्मिक निधन पर सारा बिहार ठहर सा गया था | सूबे बिहार के समाहरणालय से लेकर सभी शिक्षण संस्थान भी पल भर में ही शोक में डूब गया | चारों ओर श्रद्धांजलियां व शोक सभाएं ! सारा बिहार गूंज उठा- हे ईश्वर ! बिहार के शिक्षा सुधार में लगे इस क्रांतिदूत का अचानक यह कैसा महाप्रयाण ! चल पड़े कोटि पग उसी ओर | उनकी आत्मा की शांति के लिए ना जाने कितने करोड़ हाथों ने दुआएं मांगी थी |

और आज यह भी जानें कि 9 साल बीत जाने के बाद यानि 7 सितंबर, 2016 को श्री झा की 9वीं पुण्य तिथि के अवसर पर राजधानी के ए.एन.सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान में विधान पार्षद डॉ.केदार पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित व्याख्यान माला का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री ने मदन मोहन झा द्वारा किये गये कार्यों को याद किया |

मौके पर मुख्य वक्ता प्राध्यापिका मनीषा प्रियम ने कहा कि मदन जी स्कूली शिक्षा की बेहतरी के लिए अहर्निश सोचा करते, चिंतन किया करते | उनकी पुत्री निहारिका झा ने मौके पर यही कहा –

“पापा हमेशा यही कहा करते थे कि मैं बिहार में वह दिन देखना चाहता हूं, जब किसी कलक्टर और उसके ड्राइवर की बेटी एक ही विद्यालय में पढ़े क्योंकि सभी बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है |”

यह भी जानें कि जहां राजधानी में उनकी 9 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति बी.एन.सिन्हा, श्रीमती निशा झा, मनीष कुमार वर्मा आदि गणमान्यों ने श्री झा को भावभिनी श्रद्धांजलि दी वहीं मधेपुरा के ‘वृंदावन’ में समाजसेवी शिक्षाविद डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने बच्चों के बीच श्री मदन मोहन झा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शिक्षा के उन्नयन के क्षेत्र में मदन बाबू हमेशा क्रांतिदूत के रुप में सदा याद किये जाएंगे क्योंकि सत्कर्म कभी मरता नहीं | वह बुद्ध की तरह ठहरा रहता है- यहीं पर कहीं……!!

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