राहुल नहीं माने, अधीर होंगे लोकसभा में कांग्रेस के नेता

पश्चिम बंगाल के बेहरामपुर से सांसद अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता होंगे। राहुल गांधी द्वारा यह पद ग्रहण करने से इनकार करने के बाद यह निर्णय लिया गया। मंगलवार सुबह इस पर लंबी रणनीतिक चर्चा के बाद यह फैसला किया गया। इस दौरान राहुल गांधी और उनकी मां व यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। अधीर रंजन चौधरी के साथ-साथ केरल के नेता के. सुरेश, पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी और तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर भी इस पद के लिए दौड़ में शामिल थे। लेकिन अधीर को उनके अनुभव के आधार पर लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुना गया। वे बेहरामपुर से लगातार पांचवीं बार (1999 से लगातार) चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं।

गौरतलब है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इस बार चुनाव हार गए थे। उनके हारने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता का विकल्प देना जरूरी था। पार्टी की आम राय थी कि राहुल गांधी लोकसभा में पार्टी के नेता हों, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष पद तक से इस्तीफे की पेशकश कर चुके राहुल इसके लिए हरगिज तैयार नहीं थे। वे इस राय पर अडिग थे कि इस पद पर नेहरू-गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति बैठे।

बहरहाल, कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी का उल्लेख करते हुए लोकसभा को पत्र लिखकर बता दिया है कि वे सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता होंगे। पत्र में यह भी लिखा गया है कि वे सभी महत्वपूर्ण चयन समितियों में पार्टी का प्रतिनिधित्व भी करेंगे।

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