प्रथम प्रयास में ही मधैली के आर्यन ने किया आईआईटी कम्पीट

जिला मधेपुरा और राज्य बिहार के लिए गर्व एवं सर्वाधिक प्रसन्नता की बात है कि ग्राम- मधैली बाजार व प्रखंड- शंकरपुर के निवासी कुमार आर्यन ने आईआईटी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने गांव का नाम रौशन किया है और जिला को गौरवान्वित किया है। आर्यन ने आईआईटी एडवांस एग्जाम- 2024 में समस्त भारत में प्रथम प्रयास में ही 2666वाँ रैंक प्राप्त किया है। उल्लेखनीय है कि कुमार आर्यन ने 2024 में ही 12th की परीक्षा में 95% मार्क्स लाकर सीबीएसई बोर्ड से उत्तीर्णता प्राप्त की है। कुमार आर्यन ने यह सफलता कठिन परिश्रम, स्वाध्याय एवं आत्मविश्वास के बल पर हासिल की है। प्रायः लोग यही सोचते हैं कि आईआईटी जैसी कठिन परीक्षा के लिए कोटा या दिल्ली जाकर ही तैयारी की जा सकती है। परंतु, आर्यन की नियमित पढ़ाई व कठिन परिश्रम ने उसे गलत साबित कर दिया है। वह अपने माता-पिता के साथ पटना में रहकर मेहनत करते हुए निकटतम कोचिंग संस्थान से गाइडेंस लेकर ही यह रैंक प्राप्त किया है।

यह भी प्रेरित करने वाली बात है कि आर्यन के पिता दौलत कुमार भी आईआईटी से उत्तीर्णता प्राप्त कर वर्तमान में इंडियन रिवेन्यू सर्विस (IRS) में उच्चाधिकारी के रूप में चंडीगढ़ में कार्यरत हैं। आर्यन की मां कुमारी श्वेता इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय हजारीबाग से 10th पास की जिन्होंने बिहार में 9वां रैंक प्राप्त किया था। अंत में पूछे जाने पर आर्यन ने बताया कि माता-पिता व गुरुओं के अलावे अपनी सफलता का श्रेय तीन प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में प्रथम दादाश्री उपेंद्र नारायण यादव, दूसरे नानाश्री उपेंद्र कुमार जो मधेपुरा PWD में इंजीनियर थे और तीसरे भौतिकी के बेहतरीन प्रोफेसर एवं मधेपुरा के साहित्यकार डॉ۔भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी को देता हूं।

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डॉ۔मधेपुरी द्वारा ऑल इंडिया नीट टॉपर सिंहेश्वर के सक्षम को किया जाएगा सम्मानित

समाजसेवी-साहित्यकार डॉ۔भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी के द्वारा वर्षों से चलाए जा रहे कार्यक्रम- “जो करेंगे मधेपुरा जिला को गौरवान्वित, उन्हें करेंगे डॉ۔मधेपुरी सम्मानित” के तहत सिंहेश्वर निवासी सक्षम अग्रवाल, जिन्होंने प्रथम प्रयास में ही नीट परीक्षा- 2024 में ऑल इंडिया स्तर पर प्रथम रैंक लाया है, को सम्मानित किया जाएगा। जानिए कि सक्षम ने 100% अंक लाकर जिले का नाम भारत भर में रोशन किया है। उसी प्रतिभा पुंज सिंहेश्वर के सक्षम अग्रवाल को भारतरत्न डॉ۔एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि आगामी 27 जुलाई को टीपी कॉलेज मधेपुरा के सभागार में सारस्वत सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। डाॅ.मधेपुरी ने सक्षम की ममतामयी मां माया अग्रवाल व चिकित्सक पिता डॉ۔चेतन अग्रवाल सहित उनके समस्त गुरुओं को भी ससम्मान हृदय से बधाई दी है।

साथ ही डॉ۔मधेपुरी ने मधेपुरा से दोबारा सांसद बने दिनेश चंद्र यादव सहित विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधे लगा-लगाकर धरती के भविष्य को सुरक्षित रखने वालों एवं देश को मजबूत विपक्ष देने वाले कुशल मतदाताओं को भी ढेर सारी बधाइयां दी है।

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प्रकृति संरक्षित रहेगी तभी लोग सुरक्षित रहेंगे।- डॉ۔मधेपुरी

सभी विद्यालयों ,महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रम में पर्यावरण, गार्बेज मैनेजमेंट सिस्टम और प्रकृति संरक्षण के बाबत सप्ताह में एक घंटी पढ़ाने की व्यवस्था अविलंब शुरू की जाय। तभी यह धरती आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व की सुरक्षा कर सकेगी। यदि वर्तमान पीढ़ी वनों की कटाई के प्रति उदासीन दृष्टिकोण अपनाती रही तो वह दिन दूर नहीं जब भारत की राजधानी दिल्ली भी बढ़ते तापमान को लेकर बंजर रेगिस्तान में तब्दील हो जाएगी।

ये बातें विश्व पर्यावरण दिवस- 2024 की पूर्व संध्या पर वृक्षारोपण करने के बाद वृंदावन परिसर में बच्चों को संबोधित करते हुए समाजसेवी-साहित्यकार डॉ۔भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने कही। उन्होंने यह भी कहा कि 27 जुलाई 2015 का वह दिन उन्हें बरबस याद आ जाता है जब डॉ۔एपीजे अब्दुल कलाम ने शिलांग में आईआईएम के छात्रों के बीच “धरती को रहने योग्य कैसे बनाया जाय” विषय पर बोलते हुए अंतिम सांस ली थी। उस महामना ने तब जोर देकर यही कहा था- ‘हमारी भूमि ही हमारा भविष्य है’- जो 2024 में आकर विश्व पर्यावरण दिवस का नारा बन गया है, उसकी थीम बन गई है।

डॉ۔मधेपुरी ने आस-पास के स्कूली बच्चों से यह भी कहा कि अच्छी बात यही है कि पर्यावरण को लेकर लोग अब जागरुक हो रहे हैं। धरती पर हरियाली को बढ़ावा देने के लिए भिन्न-भिन्न तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं। परंतु, विकास के नाम पर तेजी से कट रहे पचासो वर्ष पुराने पेड़ों की भरपाई क्या नए रोपे हुए पेड़ कर पाएंगे ? इस बीच धरती पर रहने वाले लोगों का कितना बुरा हाल होगा۔۔۔۔ उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। अभी तो कुछ ही जगहों पर तापमान 50 डिग्री पार किया है और एक ही दिन में दर्जनों बच्चे और बड़े-बूढ़े मौत को गले लगा लिए हैं। उन्होंने कहा कि धरती का भविष्य तभी बचेगा जब धरती पर प्रतिदिन पर्यावरण दिवस मनाया जाएगा। प्रकृति संरक्षित रहेगी तभी लोग सुरक्षित रहेंगे।

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