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बीएनएमयू सिल्वर जुबली समारोह के तहत राष्ट्रीय सेमिनार की तैयारी हुई तेज

भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय द्वारा अपनी एक वर्षीय रजत जयंती मनाने के क्रम में 26 फरवरी को “उच्च शिक्षा का बदलता परिदृश्य एवं चुनौतियाँ” विषय पर होने वाले राष्ट्रीय सेमिनार की तैयारी तेज कर दी गयी है। कुलपति प्रो.(डॉ.)अवध किशोर राय की अध्यक्षता में शनिवार को संपन्न हुई बैठक में राष्ट्रीय सेमिनार की कार्य योजना तैयार की गई।

बता दें कि बैठक में सर्वसम्मति से लिए गये निर्णयानुसार राष्ट्रीय सेमिनार की अध्यक्षता एवं उद्घाटन कुलपति प्रो.(डॉ.) अवध किशोर राय करेंगे और विषय प्रवर्तन प्रतिकुलपति प्रो.(डॉ.) फारुख अली करेंगे।

इस राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति प्रो.(डॉ.)रमेन्द्र कुमार यादव रवि तथा इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि द्वय होंगे पूर्व प्रति कुलपति प्रो.(डॉ.) के.के.मंडल एवं कौशिकी क्षेत्र हिन्दी साहित्य सम्मेलन के सचिव एवं समाजसेवी साहित्यकार प्रो. (डॉ.) भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी।

यह भी बता दें कि कार्यक्रम में उद्घाटन सत्र के अलावा विमर्श सत्र का भी आयोजन किया गया है जिसमें उच्च शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विशेष रूप से चर्चाएं होंगी। अंत में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।

चलते-चलते यह भी बता दे कि माननीय कुलपति डॉ.राय ने एक फरवरी 2019 से एक फरवरी 2020 तक रजत जयंती समारोह के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की घोषणा की है। यह राष्ट्रीय सेमिनार इसकी पहली कड़ी है।

इस रजत जयंती समारोह के संयोजक बीएन मुस्टा के महासचिव एवं सीनेटर प्रो.(डॉ.) नरेश कुमार ने बताया कि सेमिनार के अवसर पर एक स्मारिका भी प्रकाशित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए कुलाधिपति, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री , ऊर्जा मंत्री आदि गणमान्यों से संदेश प्राप्ति हेतु अनुरोध किया गया है।

बैठक में कार्यक्रम संयोजक डॉ.नरेश कुमार, कुलानुशासक डॉ.अशोक कुमार यादव, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ.कपिल देव प्रसाद, विकास पदाधिकारी डॉ.ललन प्रसाद अद्री, डॉ.रीता सिंह (HOD Home Sc.) डॉ.अबुल फजल, डॉ.सिद्धेश्वर कश्यप, डॉ.एस के मिश्र सहित पीआरओ डॉ.सुधांशु शेखर व पृथ्वीराज यदुवंशी (उद्घोषक) आदि की उपस्थिति देखी गई।

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कोसी के डॉ.अभिजीत झा इटली में सम्मानित होने वाले बिहार के प्रथम चिकित्सक

इटली के राइजिंग स्टार अवॉर्ड पाने वाले सहरसा निवासी व पीएमसीएच के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ.अभिजीत कुमार झा बिहार के प्रथम चिकित्सक होंगे। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.अभिजीत ने डर्मोस्कोपी का प्रयोग आरंभ किया और इस विषय पर अबतक उनका लगभग 100 से अधिक आलेख दुनिया के अंतरराष्ट्रीय स्तर के विभिन्न मैगजीनों में प्रकाशित हो चुका है।

बता दें कि दुनिया के सर्वाधिक चर्चित मैगजीन “जर्नल ऑफ अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी” में भी डॉ.झा के कई आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। फिलहाल वर्ल्ड कांग्रेस के लिए भेजे गये इनके सभी 5 शोध-पत्रों को ना केवल स्वीकृत किया गया बल्कि इन पांचो शोध-पत्रों को सर्वाधिक जनउपयोगी करार देते हुए डॉ.अभिजीत झा को इस कार्यक्रम में डब्लू सी डी राइजिंग अवार्ड से सम्मानित भी करने का निर्णय लिया गया। आयोजन समिति की ओर से डॉ.अभिजीत को अवार्ड प्राप्त करने हेतु विधिवत सूचना प्राप्त हो चुका है। वे 15 जून 2019 को एपेथिक कास्मेटिक डर्मेटोलॉजी- 2 पर संसार के जाने-माने चिकित्सकों के बीच सम्मानित किये जाएंगे।

चलते-चलते बता दें कि डर्मोस्कोपी के क्षेत्र में डॉ.अभिजीत की ऊंचाई उन बातों से आंकी जा सकती है कि वे 2021 तक के लिए इंटरनेशनल डर्मोस्कोपी सोसायटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर चुन लिए गए हैं। जिसमें संसार के 168 देशों के 14187 सदस्य हैं। इस सोसाइटी के बोर्ड आफ डायरेक्टर बनने वाले डॉ.अभिजीत अपने देश के पहले चिकित्सक हैं। डॉ.अभिजीत 2018 के 16 जून को ग्रीस में आयोजित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ़ डर्मोस्कोपी के दरमियान भी अवार्ड प्राप्त किए थे। गत वर्ष भी तो सहरसा कोर्ट के वरीय अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार झा अनिश व नंदा झा के सुपुत्र अभिजीत ने पीजीआई चंडीगढ़ में देश के जाने-माने चिकित्सकों के बीच डर्मोस्कोपी यंत्र के प्रयोग पर अपने व्याख्यान दिया था। डॉ.अभिजीत 2015 में कनाडा और 2017 में अमेरिका के फ्लोरिडा आदि कई देशों में अवार्ड प्राप्त कर अपने उत्कृष्ट शोध के जरिये प्रदेश एवं देश को सदैव गौरवान्वित करते रहेंगे।

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त्रिवेणीगंज (सुपौल) की बहू डॉ.प्रियंका ने लंदन में भारत का तिरंगा फहराया

कोसी की मिट्टी में प्रतिभा की कमी नहीं है। कोसी और मिथिलांचल की प्रतिभा ने कई अवसर पर अपनी प्रतिभा का लोहा विश्व भर में मनवाया है।

बता दें कि सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज जैसे ग्रामीण परिवेश की बहू डॉ.प्रियंका बी.सर्राफ को Royal College of London से मेंबर ऑफ रॉयल कॉलेज ऑब्सट्रेटीशियंस एंड गायनेकोलॉजिस्ट की डिग्री मिली जिसके लिए आयोजित की गई परीक्षा में डॉ.प्रियंका बी.सर्राफ को विश्व के समस्त देशों में सातवां स्थान मिला है।

यह भी बता दें कि रॉयल कॉलेज ऑफ लंदन से यह डिग्री प्राप्त करने वाली डॉ.प्रियंका सर्राफ कोसी-मिथिलांचल की पहली महिला चिकित्सक बन गई है। सर्राफ परिवार में एक नहीं अनेक चिकित्सक हैं।

यह भी जानिए कि डॉ.प्रियंका बी.सर्राफ के ससुर डॉ.एसएन सर्राफ दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ऑर्थोपेडिक विभाग में कार्यरत है। दूसरी पीढ़ी के चिकित्सक के रूप में प्रियंका के पति डॉ.अभिषेक सर्राफ भी हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं और फिलहाल डॉ.प्रियंका भी डीएमसीएच के स्त्री रोग व प्रसूति विभाग में कार्यरत  है।

चलते-चलते यह भी बता दें कि डॉ.प्रियंका के ससुर डॉ.एसएन सर्राफ मूल रूप से सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज के निवासी हैं वहीं डॉ.प्रियंका का मायका झारखंड राज्य के हजारीबाग शहर के बड़ा बाजार में है। डॉ.प्रियंका के पिता विमल कुमार जैन भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं परंतु उनकी उपलब्धियों पर खुशियां मनाने वाली माताश्री पुष्पा सर्राफ अभी भी प्रियंका को जीवन के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं।

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लिट्ल बर्ड्स स्कूल ने वार्षिकोत्सव को पुलवामा के शहीदों को किया समर्पित

मधेपुरा के शहीद चुल्हाय मार्ग स्थित बीपी मंडल नगर भवन में लिट्ल बर्ड्स स्कूल की निर्देशिका नंदिनी वर्णवाल की अध्यक्षता में नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा स्कूल का 8वाँ वार्षिकोत्सव आयोजित किया गया। यूँ  तैयारी तो प्रशिक्षक आका द्वारा रंगारंग कार्यक्रमों का था, परंतु पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों की सबसे बड़ी शहादत सभी भारतीय को अंदर से हिला दिया। एक दिन में ही संपूर्ण देश आंसू और आक्रोश में डूब गया।

Little Birds School Kids Performance dedicated to Pulwama Shahids.
Little Birds School Kids Performance dedicated to Pulwama Shahids.

बता दें कि कार्यक्रम आरंभ करने से पहले ही सभी नन्ने बच्चे, उनके माता-पिता व अभिभावकगण सहित एसडीएम वृन्दा लाल, एसडीपीओ वसी अहमद, मधेपुरा के अभिभावक डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, डॉ.आर.के.पप्पू , डीपीओ गिरीश कुमार, किशोर कुमार आदि सबों ने जहां शहीदों को 2 मिनट का मौन श्रद्धांजलि समर्पित किया वहीं कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत छोटी बच्ची ‘नायसा’ की टीम द्वारा तिरंगे को लहराते हुए- I love my India……. गीत से किया गया। आगे एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय गीतों की प्रस्तुति होती रही।

Dr.Madhepuri addressing Students, Teachers and Parents during 8th annual day function of Little Birds School at BP Mandal Nagar Bhawan,Shahid Chulhai Marg Madhepura  .
Dr.Madhepuri addressing Students, Teachers and Parents during 8th annual day function of Little Birds School at BP Mandal Nagar Bhawan,Shahid Chulhai Marg Madhepura  .

यह भी बता दें कि मंच संचालक मानव सिंह की ओजपूर्व वाणी जहाँ एक ओर जवानों की शहादत और परिजनों के दुख से सराबोर होकर निकल रही थी वहीं बच्चे-बच्चियों की एक टोली गीत लेकर आती है- देश रंगीला…. रंगीला …!! बीच-बीच में एसडीएम एवं एसडीपीओ सरीखे विशिष्ट अतिथियों के दो-दो शब्दों से बच्चे उत्साहित व प्रोत्साहित होते रहे।

डॉ.कलाम के करीबी रह चुके समाजसेवी साहित्यकार डॉ.मधेपुरी ने दीप प्रज्जवलित करने के बाद कलाम द्वारा आकाश में उड़ रहे पंछियों की विस्तृत चर्चा करते हुए यही कहा कि दुनिया का सबसे पहला वैज्ञानिक कोई बच्चा ही रहा होगा….! उन्होंने मौजूद अभिभावकों से विनम्रता पूर्वक यही कहा कि आप अपने बच्चों को कभी हतोत्साहित नहीं करें और न कभी निराश होने दें। उन्हें हमेशा यही कहते रहें कि तुम जो चाहोगे वही बनोगे।

लिट्ल बर्ड्स स्कूल का यह वार्षिकोत्सव समारोह पूरा का पूरा पुलवामा हमले में शहीद हुए सभी शहीदों एवं उनके परिजनों को ही समर्पित रहा।

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शहीदों को अंतिम विदाई देने उमड़ा देश !

शहीदों को अंतिम विदाई देने उमड़ा देश !

यादों का संदेश…. फिर भी….. रह गया कुछ शेष !!

पुलवामा आतंकी हमले में हुए भारत माता के सभी 44 शहीद सपूतों के सजदे में झुके संपूर्ण देश के आक्रोश में होने के बावजूद भी जहाँ पीएम नरेन्द्र मोदी ने उन बहादुर सैनिकों और उन्हें जन्म देने वाली माताओं को सलाम करते हुए यही कहा- “आज उन शहीदों के परिवार के साथ संपूर्ण देश खड़ा है….” वहीं इस हमले में सीआरपीएफ के जवान बिहार निवासी हवलदार संजय कुमार सिन्हा एवं सिपाही रतन कुमार ठाकुर द्वारा देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वालों के परिजनों को बिहार सरकार की ओर से सीएम नीतीश कुमार ने 36-36 लाख रुपए देने की घोषणा की है।

बता दें कि शहीदों की विदाई में उमड़ा जनसैलाब ! पूरा देश एकजुट ! आतंक पर वार के लिए सभी दल तैयार ! सारा देश सीआरपीएफ जवानों की शहादत से दु:खी और कुछ भी कर गुजरने को तैयार…. !!

Dr.Madhepuri
Dr. Bhupendra Madhepuri .

दु:ख की इस घड़ी में यह भी जान लें कि संवेदनशील समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उद्घोषणा- “शहीदों के परिजनों के साथ आज सारा देश खड़ा है” पर मधेपुरा अबतक से गंभीरतापूर्वक चर्चा की और इसके माध्यम से देश के गृहमंत्री एवं रक्षामंत्री से उन्होंने विनम्र अनुरोध किया है कि वे पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सभी शहीदों के परिजनों के बैंक खाते का नंबर देश के करोड़ों-करोड़ संवेदनशील देशवासियों की जानकारी में दें ताकि भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम सरीखे करोड़ों संवेदनशील भारतीय 44 शहीदों के परिजनों के खाते में 1-1 रूपये डाल सकें तो करोड़ों रुपये हो जाएंगे….. उन्हें बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी-विवाह या अन्य जरूरतों के लिए कभी विवश नहीं होना पड़ेगा…… और तभी सही मायने में दुनिया को “शहीदों के परिजनों के साथ संपूर्ण भारत खड़ा” दिखेगा।

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टे.टे. खिलाड़ी रियांशी गुप्ता बीएनएमयू सीनेट सदस्या मनोनीत

विकसित बिहार के लिए जितना शिक्षित होना जरूरी है उससे भी अधिक जरूरी है विभिन्न खेलों में सर्वोत्तम खिलाड़ियों का होना। यूँ तो खेल लगभग सभी बच्चों द्वारा पसन्द किए जाते हैं, चाहे वे लड़की हो या लड़का। और हाँ, खेल बच्चों के शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के साथ गहराई से जुड़ा हुआ भी तो है।

मधेपुरा के पार्वती विज्ञान महाविद्यालय कीर्ति नगर के वर्ष 2018-19 की सर्वोत्तम खिलाड़ी रही है रियांशी गुप्ता। बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के क्रीड़ा विभाग की ओर से पार्वती साइंस कॉलेज में पढ़ रही बीए प्रथम वर्ष की छात्रा रियांशी गुप्ता को सर्वोत्तम खिलाड़ी के रूप में सीनेट सदस्य मनोनीत किया गया है।

इस बाबत विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ.मो.अबुल फजल द्वारा मीडिया को यह जानकारी दी गई कि हाल ही में रियांशी ने आर.एम.कॉलेज सहरसा में आयोजित इंटर कॉलेज टेबल टेनिस प्रतियोगिता में महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया और फिर मगध विश्वविद्यालय बोधगया में आयोजित इंटर यूनिवर्सिटी एकलव्य प्रतियोगिता में भी रियांशी ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर बीएनएमयू को गौरवान्वित किया।

Newly appointed Senate Member (BNMU) Riyanshi Gupta (Middle) along with Sports Secretary Dr.Md.Abul Fazal, Coach Pradeep Shrivastav and others.
Newly appointed Senate Member (BNMU) Riyanshi Gupta (Middle) along with Sports Secretary Dr.Md.Abul Fazal, Coach Pradeep Shrivastav and others.

बता दें कि विश्वविद्यालय खेल विभाग द्वारा इस वर्ष सीनेट सदस्य के रूप में इनके नाम की अनुशंसा की गई थी, जिसे कुलपति डॉ.अवध किशोर राय ने स्वीकृति प्रदान की। प्रभारी कुलसचिव डॉ.कपिल देव प्रसाद ने 1 वर्ष के लिए छात्रा रियांशी गुप्ता के सीनेट सदस्य मनोनीत किये जाने की अधिसूचना जारी की।

सीनेट सदस्य बनने पर रियांशी को कुलपति डॉ.ए.के.राय, प्रति कुलपति डॉ.फारुख अली, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, पूर्व कुलाशासक व कुलसचिव डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, खेल सचिव मो.अबुल फजल, पीआरओ डॉ.सुधांशु शेखर सहित शहर के गणमान्यों ने भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

जानिए कि शहर के ख्यात राम प्रताप साह हलवाई के पौत्र उत्तम कुमार साह व पौत्रवधू पूनम देवी की पुत्री रियांशी गुप्ता टेबल टेनिस में दर्जनों बार नेशनल खेल चुकी है और अनेक पुरस्कार भी जीत चुकी है। बिहार सरकार ने टेबल टेनिस में रियांशी की क्षमता को देखकर उसे खेल सम्मान से सम्मानित भी किया है।

चलते-चलते यह भी बता दें कि कोच प्रदीप श्रीवास्तव के निर्देशन में रियांशी ने टेबल टेनिस की शुरुआत की और आज प्रदेश और देश में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। मधेपुरा टे.टे. एसोसिएशन के संरक्षक डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने रियांशी की प्रतिभा को देखते हुए उसके पिता से बाहर के सर्वश्रेष्ठ कोच से ट्रेनिंग दिलाने की चर्चा यह कहते हुए की कि अर्थ के अभाव में वे भी सहयोग करेंगे।

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वसंतोत्सव में अधिकांश स्कूलों में सरस्वती वंदना, कुछेक में विज्ञान प्रदर्शनी भी

मधेपुरा जिले के प्राय: सभी प्राइवेट एवं सरकारी स्कूलों से लेकर छोटे-बड़े चौक-चौराहों पर भी युवा क्लबों व संगठनों द्वारा सरस्वती वंदना के जयकारे से गुंजायमान होता रहा माहौल। भिन्न-भिन्न परिधानों से सजाई गई माँ शारदे की प्रतिमा के समक्ष पूजनोत्सव के दरमियान हो रहे मंत्रोच्चार से भक्तिमय होता रहा इलाका।

Dr.Madhepuri, Dr.Naresh Kumar, Dr.Siddheshwar Kashyap, Prof.Shyamal kishor Yadav and Director Dr.Chandrika Yadav at Science Exhibition organised by Maya Vidya Niketan.
Dr.Madhepuri, Dr.Naresh Kumar, Dr.Siddheshwar Kashyap, Prof.Shyamal Kishor Yadav and Director Dr.Chandrika Yadav at Science Exhibition organised by Maya Vidya Niketan.

बता दें कि चतुर्दिक धूमधाम से एवं विधि-विधान से संपन्न हुई माँ शारदे की पूजा ! छात्र-छात्राओं में चारों ओर दिखा जबरदस्त उत्साह व उमंग ! भक्तिपूर्ण माहौल में लोगों ने पूजा-पंडाल में अर्पित की पुष्पांजलि ! बसंत पंचमी के मौके पर माँ शारदे के समक्ष बच्चों ने लिया पढ़ने-लिखने का संकल्प !

Dr.Bhupendra Madhepuri observing the creativity of students at Maya Vidya Niketan Madhepura.
Dr.Bhupendra Madhepuri observing the creativity of students at Maya Vidya Niketan Madhepura.

यह भी जानिए कि जहाँ शहर के माया विद्या निकेतन के छात्र-छात्राओं ने विज्ञान प्रदर्शनी में दिखाये अपने प्रयोग के कई नमूने वहीं इसी बसंत पंचमी के मौके पर शहर के जितेंद्र पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा भी साइंस एग्जीबिसन लगाया गया।

Dr.Bhupendra Madhepuri receiving special guest of honour from the director of Maya Vidya Niketan Dr.Chandrika Yadav.
Dr.Bhupendra Madhepuri receiving Special Guest of Honour from the director of Maya Vidya Niketan Dr.Chandrika Yadav.

बता दें कि जिला मुख्यालय के शहीद चुल्हाय मार्ग एवं नया नगर (मदनपुर) स्थित माया विद्या निकेतन के दोनों परिसर में सरस्वती पूजनोत्सव के साथ-साथ विभिन्न वर्गों के भिन्न-भिन्न ग्रुपों में विज्ञान प्रदर्शनी का रोचक प्रदर्शन किया गया। विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने वैज्ञानिक सुविधाओं से लैस गाँव, विद्युत रेल इंजन कारखाने के प्रभाव, रोबोट का परिचालन, वाई-फाई की उपयोगिता सहित कई अन्य आधुनिक प्रयोगों को प्रस्तुत किया। मौके पर उपस्थित अतिथियों समाजसेवी-साहित्यकार सह फिजिक्स के प्रोफेसर डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, पूर्व प्राचार्य प्रो.श्यामल किशोर यादव, बीएनमुस्टा के महासचिव, केमिस्ट्री के प्रोफेसर व सीनेटर डॉ.नरेश कुमार, ख्यातिप्राप्त साहित्यकार डॉ.सिद्धेश्वर काश्यप को स्मृति चिह्न से सम्मानित करते हुए विद्यालय निदेशिका डॉ.चन्द्रिका यादव सहित सभी अतिथियों ने विज्ञान प्रदर्शनी की प्रशंसा की तथा बाल प्रतिभाओं की जमकर तारीफ भी की।

Renowned Professor of Physics Dr.Madhepuri addressing students at Science Exhibition organised by Maya Vidya Niketan.
Renowned Professor of Physics Dr.Madhepuri addressing students & teachers at Science Exhibition organised by Maya Vidya Niketan.

इस अवसर पर डॉ.मधेपुरी ने सरस्वती पूजनोत्सव के महत्व को विस्तार से बताते हुए एवं भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम से हुई बातों को उद्धृत करते हुए विज्ञान प्रदर्शनी में मौजूद बच्चों से यही कहा कि विश्व में पहला वैज्ञानिक कोई-न-कोई बच्चा ही रहा होगा। उन्होंने बच्चों से यह भी कहा कि पहला मिसाइल मैन कलाम नहीं बल्कि हैदर अली का बेटा टीपू सुल्तान था। मंच संचालन राष्ट्रीय वक्ता हर्षवर्धन सिंह राठौर ने किया।

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अब जापान की बुलेट ट्रेनें भी मिथिला पेंटिंग्स से शीघ्र सजेंगी

प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग मधुबनी की चहारदीवारी को लांघकर….. भारतीय सरहद को पार करते हुए अंतरराष्ट्रीय आकाश में उड़ान भरने लगी है। एक समय था जब मधुबनी पेंटिंग से मधुबनी स्टेशन को ही सजा-सजाकर दर्शनीय बनाया गया था। बाद में संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के डब्बों पर बनी मधुबनी की मिथिला पेंटिंग्स दिल्ली के लोगों सहित विदेशियों को भी भाने लगा…. और अब तो जापान की बुलेट ट्रेनें भी मिथिला पेंटिंग से जल्द ही सजने जा रही हैं।

बता दें कि जापान से इस संबंध में भारतीय रेल मंत्रालय को सूचना आई है। जापान सरकार ने भारतीय रेल मंत्रालय से मधुबनी पेंटिंग्स के कलाकारों की टीम भेजने का आग्रह भी किया है। रेल मंत्रालय ने कलाकारों को भेजने की कवायद भी शुरू कर दी है। समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम आर.के.जैन द्वारा इस आशय की जानकारी दी गई कि प्रसिद्धि प्राप्त मिथिला पेंटिंग अब किसी परिचय की मोहताज नहीं है। तभी तो पेंटिंगें जापानी बुलेट ट्रेनों की भी शोभा बढ़ायेंगी।

यह भी बता दें कि भारतीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि पहली बार समस्तीपुर मंडल ने “बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस” को मिथिला पेंटिंग्स से सजाकर वाहवाही बटोरी थी। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भी इसे सराहा था तथा ट्रेनों में उकेरी गई ‘मिथिला पेंटिंग्स’ से सर्वाधिक विदेशी प्रभावित हैं।

यह भी जानिए कि जापान इस धरती पर ऐसा देश है जहाँ “मिथिला म्यूजियम” भी है। इस म्यूजियम को बनाने का श्रेय जापान के महान संगीतकार टोकियो हासेगावा को जाता है। जापान-भारत सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने वाली संस्था के यशस्वी प्रतिनिधि हैं- हासेगावा !

चलते-चलते यह कि जापान ने मिथिला पेंटिंग की खूबसूरती देखकर इस कला से जुड़े चित्रकारों की विभिन्न टीमों को भेजने का अनुरोध भारतीय रेल मंत्रालय से किया है।

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मधेपुरा सदर अस्पताल को सर्वाधिक आवश्यकता किन चीजों की है ?

मधेपुरा सदर अस्पताल में असैनिक शल्य चिकित्सक-सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.शैलेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को अपराहन 3:00 बजे से पीसी एंड पीएनडीटी के तहत गठित 9 सदस्यीय सलाहकार समिति की बैठक सिविल सर्जन कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित की गयी जिसमें लगभग सभी सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। सलाहकार समिति की प्रथम बैठक थी जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी एवं महिलाओं के बीच लोकप्रिय उर्मिला अग्रवाल सहित चिकित्सक सदस्य डॉ.सच्चिदानंद यादव, डॉ.विपिन कुमार गुप्ता , डॉ.दिनेश प्रसाद गुप्ता, डॉ.रंजना कुमारी सहित जीपी अब्दुल कलाम एडवोकेट व जिला जन संपर्क पदाधिकारी उपस्थित हुए। सर्वप्रथम उपस्थित सदस्यों का परिचय किया गया।

आगे अल्ट्रासाउंड निबंधन हेतु सदस्यों के समक्ष कार्यालय के वरिष्ठ चिकित्सीय कर्मी दीपक कुमार द्वारा दो आवेदन उपस्थापित किया गया- (1) सदर अस्पताल मधेपुरा की ओर से एवं (2) यूनिक अल्ट्रासाउंड सेंटर, कारू-किन्नू काम्पलैक्स , भूपेन्द्र चौक, मधेपुरा। सदस्यों द्वारा विहित शर्तों की जांच की गई और एक रेडियोलॉजिस्ट एवं 25,000 निबंधन शुल्क जमा होने के साथ संतुष्ट होने पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यूनिक अल्ट्रासाउंड सेंटर का निबंधन किया जा सकता है।

बता दें कि इस अवसर पर समाजसेवी सदस्य डॉ.मधेपुरी द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में यह जानकारी दी गई कि जिला भर में पूर्व से कुल 33 अल्ट्रासाउंड निबंधित हो चुका है जिसमें लगभग 25 क्रियाशील है। ये दोनों स्थापित होने से मरीजों को सुविधाएं मिलेंगी।

चलते-चलते यह कि डॉ.मधेपुरी द्वारा यह जिज्ञासा किये जाने पर कि मधेपुरा सदर अस्पताल को सर्वाधिक आवश्यकता किन चीजों की है के जवाब में जानकारी दी गई कि एक्स-रे मशीन की सख्त जरूरत है। साथ ही यह भी कहा गया कि ब्लड बैंक तो क्रियाशील है परंतु आईसीयू निवर्तमान जिलाधिकारी मो.सोहैल द्वारा चालू किया गया था, परन्तु कालांतर में विशेषज्ञों के नहीं होने के कारण बंद पड़ा है। सभी सदस्यों ने एक साथ यही कहा कि इस ओर जिला प्रशासन का ध्यान भी आकृष्ट किया जाना अपेक्षित होगा।

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प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए शॉर्टकट के चक्कर में न पड़ें – डीएम

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल में दौरे पर आए डीएम नवदीप शुक्ला (भा.प्र.से.) ने अनुमंडल सभाकक्ष में भूमि सुधार उपसमाहर्ता (डीसीएलआर) ललित कुमार सिंह (बि.प्र.से.) द्वारा संचालित निशुल्क बीपीएससी छात्रों के तैयारी क्लासेज में रविवार को पहुंचे और तैयारी क्लासेस का निरीक्षण भी किया। डीएम ने छात्रों को सफलता के कई मंत्र भी दिये।

बता दें कि इस दौरान प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डीएम शुक्ला ने यही कहा कि परीक्षा में सफलता के लिए किसी को कभी भी शॉर्टकट के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने छात्रों से कहा कि शॉर्टकट के रास्ते मंजिल नहीं मिल सकती है। सफलता के लिए 5-6 घंटे कड़ी मेहनत और लगन की जरूरत पड़ती है।

DM Navdeep Shukla along with SDM & DCLR answering the questions in BPSC Preparetary Class Room at Kishunganj Subdivisional Head quarter on Sunday.
DM Navdeep Shukla along with SDM & DCLR answering the questions in BPSC Preparatory Class Room at Kishunganj Subdivisional Head quarter on Sunday.

यह भी जानिए कि मधेपुरा के ऊर्जावान जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को सलाह दी कि एक बार लक्ष्य का निर्धारण कर लेने के बाद जहाँ अभिमन्यु की तरह उसके भेदन के लिए लगन और जुनून के साथ मेहनत का होना आवश्यक है वहीं बिना घबराये पूर्ण एकाग्रता के साथ अर्जुन की तरह दृष्टि सदैव लक्ष्य पर रखते हुए पूर्ण मनोयोग के साथ डटे रहना तथा बिना थके-हारे विश्वास पूर्वक जुटे रहना अति आवश्यक है।

इस दरमियान छात्रों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा विषय चुनें जिसे आप अपने शब्दों में आसानी से व्यक्त कर सकें। डीएम ने सफलता पाने हेतु लिखने की क्षमता को बढ़ाने पर विशेष बल देने को कहा।

चलते-चलते बता दें कि जहाँ डीएम शुक्ला ने उदाकिशुनगंज के डीसीएलआर ललित कुमार सिंह द्वारा सप्ताह में 2 दिन 2 घंटे बीपीएससी छात्रों के लिए किशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय में शुरू किये गये मुफ्त वर्ग संचालन की सराहना की उसे ही जिला मुख्यालय में चलाने हेतु पूर्व में समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.मधेपुरी ने टीपी कॉलेज के प्राचार्य से वर्ग संचालन हेतु सहमति भी ले ली थी , परंतु NH-106 की स्थिति जर्जर होने के चलते घंटों व्यर्थ समय बर्बाद करना डीसीएलआर को गले से नीचे नहीं उतर सका…..। मौके पर एसडीएम एस जेड हसन, शिक्षक प्रशांत गोस्वामी , नवल किशोर आदि उपस्थित थे।

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