सऊदी अरब ने दिया योग को खेल का दर्जा

एक ओर जहां भारत में योग और धर्म को लेकर अनावश्यक विवाद छिड़ा है, वहीं दूसरी ओर इस्लामिक देश सऊदी अरब में योग को एक खेल के तौर पर आधिकारिक मान्यता मिल गई है। जी हाँ, सऊदी अरब की ट्रेड ऐंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने स्पोर्ट्स ऐक्टिविटीज के तौर योग सिखाने को आधिकारिक मान्यता दे दी है। सऊदी अरब में अब लाइसेंस लेकर योग सिखाया जा सकेगा।

इस संदर्भ में एक बेहद खास बात यह रही कि रूढ़िवादी माने जाने वाले सऊदी में योग को खेल के तौर पर मान्यता दिलाने का श्रेय नोफ मारवई नाम की महिला को जाता है। बता दें कि नोफ को सऊदी अरब की पहली योग प्रशिक्षक का दर्जा भी मिल गया है। देखा जाय तो वो इसकी सच्ची हकदार थीं। उन्होंने सऊदी में योग को खेल के तौर पर मान्यता दिलाने के लिए लंबे समय तक अभियान चलाया था।

अरब योगा फाउंडेशन की फाउंडर नोफ ने इस बाबत अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि “योग जिसका मतलब जोड़ होता है, यह शरीर से मन के मिलन, भावनाओं और आत्मा के मिलन का अभ्यास है। यह एक देश से होते हुए वैश्विक स्तर पर पहुंचते हुए सऊदी अरब भी पहुंच चुका है। इसने कट्टपंथी विचारधारा के बंधनों को तोड़ दिया है।” अपने पोस्ट में उन्होंने भारत सरकार और वाणिज्य दूतावास को ‘असीमित सहायता’ के लिए धन्यवाद भी दिया है।

चलते-चलते बता दें कि 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग को वैश्विक तौर पर स्वीकृति मिली थी और 21 जून को हर साल विश्व भर में योग दिवस मनाया जाता है। आज जरूरत इस बात की है कि हर देश में नोफ जैसे हौसले वाले लोग हों ताकि योग का परचम पूरे विश्व में एक समान फैले।

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