बिहार खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने वाला भारत का छठा राज्य बनेगा

विश्व का सबसे बड़ा खेल मेला “ओलंपिक” कहलाता है। ओलंपिक का आयोजन 4 वर्षों के बाद किया जाता है- ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक एवं पैरा ओलंपिक। फिलहाल टोक्यो ओलंपिक चल रहा है।

बता दें कि ग्रीस यानि यूनान की राजधानी एथेंस में 1896 में प्रथम ओलंपिक का आयोजन किया गया था। ओलंपिक पर्वत पर खेले जाने के कारण इसका नाम ओलंपिक पड़ा।

जानिए कि आरंभ में इस खेलों में दौड़, मुक्केबाजी, कुश्ती, रथों की दौड़, घुड़सवारी, तलवारबाजी आदि सैनिक प्रशिक्षण का हिस्सा हुआ करता था। अब तक भारत 28 ओलंपिक मेडल जीता है जिसमें 7 गोल्ड है। ओलंपिक पर विश्व के लगभग 200 देशों के खिलाड़ियों की नजरें ओलंपिक के 25 से अधिक खेलों पर होती है। ओलंपिक अब आंदोलन का रूप ले रहा है। यही कारण है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बिहार में खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने हेतु विधेयक पारित करा लिया है। यह खेल विश्वविद्यालय ऐतिहासिक स्थल राजगीर में स्थापित होगा। भारत के 28 राज्यों में बिहार छठा राज्य होगा जहां एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित होने जा रहा है।

सभी खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों ने सीएम नीतीश कुमार को कोटि-कोटि साधुवाद दिया है। अब बिहार की खिलाड़ी बेटियां भी मणिपुर की मीराबाई चानू की तरह बनना चाहती हैं जिसने विश्व में भारत को गौरवान्वित किया। बिहार की खिलाड़ी बेटियां भी सपना देखने लगी है कि उसे भी जीत कर घर लौटने पर एयरपोर्ट पर सीएम रिसीव करेंगे, रास्ते भर लोग खड़े होकर ग्रैंड वेलकम करेंगे। करोड़ों का गिफ्ट और प्रतिष्ठा का पद दिया जाएगा। मौके पर समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि खेल को करियर के रूप में स्वीकार करने पर ही खिलाड़ी खुद को और भारत को ऊंचाई प्रदान कर सकते हैं।

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