नगर परिषद क्षेत्र का सर्वांगीण विकास मेरी प्राथमिकता- तान्या कुमारी

मधेपुरा नगर परिषद के युवा कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी के कार्यकाल में मधेपुरा के चौक-चौराहों पर समाजवादी चिंतक भूपेंद्र नारायण मंडल, सामाजिक न्याय के पुरोधा बीपी मंडल, भारतरत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर, एवं जय हिंद सेनानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस आदि जैसी हस्तियों के स्मारकों को तिरंगे रोशनी से जगमगाये रखने एवं नगर परिषद को सजाने-संवारने के लिए नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी सहित शहर के सामाजिक कार्यकर्ता मो.शौकत अली ने अवकाश प्राप्त प्राचार्य डॉ. सुरेश भूषण, अधिवक्ता मो.जाकिर, समाजसेवी योगेंद्र मंडल, जवाहर पासवान आदि की मौजूदगी में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अंगवस्त्रम व पुष्पगुच्छ एवं पराधीन भारत में स्वाधीन सोच रखने वाले रासबिहारी लाल मंडल पर स्वरचित पुस्तक भेंट की। इस अवसर पर वार्ड पार्षदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित शहर के कई गणमान्यों ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके ही कार्यकाल में नागरिक संसाधन व सुविधाओं का बोर्ड प्रत्येक चौक-चौराहे पर लगाया गया। कई रोड भी बनाए गए और अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।

शिक्षाविद् डॉ.मधेपुरी ने 26 वार्डों मे सड़कों पर बने भवनों को काले रंग से चिन्हित करने, चिल्ड्रन पार्क के सौंदर्यीकरण एवं सड़कों का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के निदेशानुसार करने की बात कही। वहीं समाज सेवी शौकत अली ने कहा कि सभी वार्ड में चिल्ड्रन पार्क हो, रोशनी हो और नाला बने। अंत में कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अपनी धरोहरों को तिरंगे रोशनी में जगमगाता देख मधेपुरा की आने वाली पीढ़ी गौरवान्वित होती रहेगी तथा उन्हें सहेजने की जरूरत भी महसूसती रहेगी।

 

सम्बंधित खबरें


डॉ.रवि के सत्कर्मों की गाथा युगों तक गूंजेगी- डॉ.केके मंडल

कौशिकी क्षेत्र हिंदी साहित्य सम्मेलन के अंबिका सभागार में प्रखर साहित्यकार, कुशल राजनेता एवं सामाजिक संबंधों को सदैव तरजीह देने वाले बीएनएमयू के संस्थापक कुलपति डॉ.रमेन्द्र कुमार यादव रवि की चौथी पुण्यतिथि पूर्व प्रतिकुलपति डॉ.केके मंडल की अध्यक्षता में मनाई गई। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि शिक्षा एवं राजनीति के क्षेत्र में डॉ.रवि की विशिष्ट पहचान रही है। साहित्यिक क्षेत्र में भी डॉ रवि का अविस्मरणीय योगदान रहा है। उन्होंने एक दर्जन से अधिक पुस्तकों की रचना की है। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी व महान शिक्षाविद रहे हैं। ऐसे लोग युगों में पैदा होते हैं। डॉ.रवि के सत्कर्मों की गाथा युगों तक गूंजेगी।

मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.सीताराम शर्मा ने कहा कि डॉ.रवि ने शैक्षणिक व राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों में भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। साहित्यकार प्रो.मणि भूषण वर्मा ने कहा कि मेरे गुरु रहे डॉ.रवि हिंदी साहित्य के सुप्रसिद्ध विद्वान, स्वाभिमानी शिक्षक के साथ-साथ प्राचार्य के रूप में कुशल प्रशासक एवं सांसद के रूप में लोकप्रिय राजनेता थे।

सम्मेलन के सचिव डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि कोसी, मिथिलांचल एवं सीमांचल के शिक्षा-साहित्य एवं राजनीतिक जगत में अविस्मरणीय योगदान के लिए डॉ.रवि सदैव याद किए जाएंगे। प्रो.अरुण ने कहा कि डॉ.रवि हरदिल अजीज इंसान एवं लोकप्रिय जननेता थे। शिक्षा शास्त्री डॉ.आलोक कुमार एवं प्रखर गजलकार सियाराम यादव मयंक ने कहा कि उन्होंने संसदीय क्षेत्र के लोगों से जो अटूट संबंध बनाया है वे कभी डॉ.रवि को नहीं भुला पाएंगे। आदित्य कुमार नवनीत कुमार रोशन कुमार साजन गोलू पियूष आदि भी मौजूद रहे। आरंभ में दीप प्रज्वलित कर तमसो मा ज्योतिर्गमय का आह्वान किया गया। और फिर डॉ.रवि के तैल चित्र पर सबों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। अंत में डॉ. श्यामल कुमार सुमित्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

सम्बंधित खबरें