मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (IAS) जहाँ एक ओर स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके परिजनों के लिए सर्वाधिक संवेदनशील रहे हैं और हाल ही में कई प्रखंडों के बाढ़ पीड़ितों के लिए 24 घंटे में कोलकाता से प्लेन द्वारा प्लास्टिक व त्रिपाल आदि मंगाकर टेंट के अंदर ही माताओं एवं बहनों के लिए चुड़ी-सिन्दुर से लेकर टी.वी. तक की व्यवस्था करने में रात-रात भर जगे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जिले को अपना घर और जिलेवासियों को पारिवारिक सदस्य माननेवाले डीएम मो.सोहैल द्वारा यदि अकारण सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के लिए नारियल की तरह कठोर बनकर जिले के अन्दर शांतिपूर्ण ढंग से चल रही सामाजिक सौहार्द की गाड़ी को बेपटरी होने से बचाने में 2-4 निर्दोष फूलों की पंखुड़ियाँ झड़ भी गई हों तो उसे अभिभावकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों व व्यापारी भाइयों द्वारा उसी तरह स्वीकारना लाजमी होगा-
जैसे नदी में स्नान करने के बाद किसी वृक्ष से सटकर सोये हुए व्यक्ति की पीठ पर चढ़ रही पंक्तिबद्ध चीटियों की अगली चीटीं गर्दन के पास पहुँचकर, ऊपर जाने का सुगम रास्ता नहीं मिलने पर, अकारण काट लेती है और वह व्यक्ति जगते ही तुरंत पीठ पर उल्टे हाथ चलाकर दर्जनों निर्दोष चीटियों को मौत के घाट उतार देता है………..| सोचिये तो सही ! काटने वाली चींटी तो बच जाती है, सुरक्षित रहकर घने बालों में छिप जाती है…….. सभी निर्दोष चीटियाँ ही मारी चली जाती हैं |
ऐसे ही संकट कालीन स्थिति में कुछ दिन कबल बिहारीगंज और फिलहाल मुरलीगंज में सामाजिक सौहार्द कायम रखने के लिए डीएम मो.सोहैल एवं एसपी बिकास कुमार की पूरी टीम द्वारा उठाये गये कदम को सराहनीय कहकर सबों को स्वीकारना चाहिए……..| भला क्यों नहीं, सामाजिक शांति एवं सौहार्द को बिगाड़नेवाले दिशाहीन विस्फोट को रोकने में डीएम मो.सोहैल ने अपनी टीम को दिन-रात सोने नहीं दिया…….. सभी जूझते रहे….. वरना जानवरों के……. जगह आज लोगों की……… होती |
बाप-बेटे और गदहे की कहानी तो हम सभी जानते ही हैं | किसी भी स्थिति में लोगों ने उनके कृत्यों को सही नहीं कहा……. और सही होता क्या है ? यह भी कोई नहीं बताया……… !
सही में डीएम मो.सोहैल है क्या चीज……….. यह तो जानने की कोशिश करें हम ! आना-जाना तो हर किसी का लगा ही रहता है……..!
सोचिए ! मुरलीगंज की स्थिति ज्यों ही ठीक होती नजर आई कि 10 सितम्बर (रविवार) को ही दिनभर केन्द्रीय विद्यालय, मोटर व्हीकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, जवाहर नवोदय विद्यालय हेतु स्टेडियम और जिले के किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज के वास्ते जमीन की तलाश में डीसीएलआर रविशंकर शर्मा, अंचलाधिकारी नवीन भूषण एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के साथ केशव कन्या उच्च विद्यालय और कन्या मध्य विद्यालय की चक्कर लगाते रहे डीएम मो.सोहैल | उन्होंने तय किया कि अस्थायी रुप से केन्द्रीय विद्यालय का शुभारंभ केशव कन्या उच्च विद्यालय में तथा स्थायीरूप से कन्या मध्य विद्यालय परिसर की भूमि को चयनित किया गया |

मधेपुरा के बाद उमस भरी गर्मी में काफिले के साथ निकल पड़े डीएम मो.सोहैल और पहुंच गये जवाहर नवोदय विद्यालय सुखासन जहाँ के राम जानकी ठाकुरबाड़ी में, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, उन्हें मिल गये समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी | प्रखर स्वतंत्रता सेनानी एवं नवोदय विद्यालय के भूमि दाता कमलेश्वरी प्रसाद मंडल के पौत्र पूर्व मुखिया जनार्दन प्रसाद यादव, उपेन्द्र प्रसाद यादव व अन्य गणमान्य भी मौजूद थे | डीएम ने विवाह भवन, योग भवन, नवोदय छात्रों के लिए स्टेडियम…….. आदि निर्माण हेतु जमीन की चर्चा करने के दरमियान बताया कि मोटर व्हीकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट हेतु गम्हरिया प्रखंड में जमीन मिली है |
डॉ.मधेपुरी ने कहा कि- “डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने ‘आराम हराम है’ के तर्ज पर भीषण उमस भरी गर्मी की परवाह किये बगैर 10:00 बजे पूर्वाहन से 3:00 बजे अपराहन तक पूरी टीम के साथ मधेपुरा, सिंघेश्वर और गम्हरिया की चक्कर लगाते रहे प्रखंड बार……….. क्या सभी डी.एम. के लिए आपके डीएम जैसा ही होता है- रविवार !!”