मधेपुरा स्मार्ट सिटी बनने की राह पर तेजी से कदम बढ़ा चुका है | यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, रेल इंजन फैक्ट्री के साथ-साथ दर्जनों विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं क्लास वन होटलों से भरा पूरा है मधेपुरा | प्रतिभावान विद्यार्थियों एवं खिलाड़ियों से गौरवान्वित होता रहा है मधेपुरा | प्रायः सभी क्षेत्रों में नाम रोशन करता रहा है |
इसी मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल को बेहतर कार्य क्षमता प्रदर्शित करने हेतु तीन-तीन बार सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सम्मानित भी किया गया है | निर्माण कार्यों के मॉनिटरिंग को लेकर डीएम हमेशा चौकन्ना रहा करते हैं | बिहार दिवस से लेकर जिला स्थापना दिवस के बीच जितने दिवस हों सबों को उत्सव के रूप में मनाता है मधेपुरा |
लेकिन जिला बनने से पहले मधेपुरा कठघरे का शहर हुआ करता था | बस एक मेन रोड अरुणा होटल यानी वर्तमान अरुणा ट्रेडिंग (सुभाष चौक) के पास वाले रोड पर ही बस स्टैंड हुआ करता था | आज की तारीख में बीपी मंडल चौक के पास जिला परिषद का बड़ा बस स्टैंड भी लंबी दूरी की एयर कंडीशन्ड बसों व वाहनों की बढ़ती संख्या के सामने छोटा पड़ गया है |
बता दें कि अब रेल फैक्ट्री से लेकर बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस तक लगभग 15 किलोमीटर के अंदर फैल चुका है मधेपुरा | मेन रोड के अलाबे पूर्वी एवं पश्चिमी दोनों बाईपास सड़कें सैकड़ों भिन्न-भिन्न प्रकार की एजेंसियों व दुकानों से सज गई हैं | दो नेशनल हाईवे के मिलन स्थल पर यहाँ के स्थानीय महापुरुषों के नाम वाले चौक हैं- बी.एन.मंडल चौक एवं बी.पी.मंडल चौक |
यह भी जानिए कि शहर के पश्चिमी बाईपास रोड (भिरखी) स्थित निर्माणाधीन बस स्टैंड का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए डीएम मो.सोहैल ने निर्माण कार्य के बाबत लंबित राशि 25 लाख़ का भुगतान भी कर दिया है और 1 महीने का समय दिया है जिसमें 10 प्लेटफार्म बनाये जायेंगे | दसों निर्धारित प्लेटफार्म पर ही संबंधित क्षेत्र के लिए जाने-आने वाली बसें खड़ी रहेंगी ताकि यात्रियों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़े | सारे कार्यों को अब स्मार्ट तरीके से मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल द्वारा अंजाम दिया जा रहा है तो निश्चय ही मधेपुरा कोसी अंचल का पहला स्मार्ट सिटी बनेगा ही बनेगा…….| भला जो मधेपुरा रास बिहारी लाल मंडल, शिवनंदन प्रसाद मंडल, जेबी कृपलानी, भूपेंद्र नारायण मंडल, बीपी मंडल, मो.कुदरतउल्लाह, यदुनाथ झा, ईश्वरी प्रसाद सिंह….. जैसे स्मार्ट सोच वालों की धरती रही हो उसे स्मार्टसिटी बनने से भला कौन रोक पायेगा |
1978 में सर्वप्रथम गठित मधेपुरा नगरपालिका के प्रथम उपाध्यक्ष रहे समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा कि भले ही मधेपुरा आज तक स्मार्ट सिटी न बन पाया हो परंतु यहाँ के लोग आरंभ से ही स्मार्ट सोच के रहे हैं |