Madhepura Vidhan Sabha Result 2015

किस तरह बीत रहे हैं – मतदान और मतगणना के बीच के साठ घंटे…….!!

विधान सभा चुनाव 2015 के प्रचार के 15 दिन देखते ही देखते बीत गये और ऐसा लगा जैसे पलक झपकते आ गया मतदान का दिन, 5 नवम्बर | अब मतदान और मतगणना (8 नवम्बर) के बीच के लगभग 60 घंटे का समय तो 15 दिनों से भी अधिक लम्बा लगने लगा है | सभी जानते हैं कि सुख के दिन तो चुटकी बजाते ही बीत जाते हैं लेकिन संकट की रात तो पहाड़ जैसा लगता है | काटे नहीं कटता है | ना जल्दी सवेरा होता है और ना तेजी से अँधेरा भागता है |

नामांकन का दिन ! सबके लिए खुशियों का दिन होता है | सभी प्रत्याशी और उनके साथी साफ़-सफ़ेद कलपदार कुरते-पैजामे में | लम्बी-लम्बी कतारों में अपने सहयोगियों के साथ | गले में लाल-पीले विजय का माला डाले | आगे-पीछे गाड़ियों की कतार …….!

परन्तु मतदान के बाद चेहरे पर हवा-हवाई | बढ़ी हुई दाढ़ी | मोचड़ा हुआ कुरता-पायजामा | कुछ तो अकेले, कुछ दो-चार समर्थकों से घिरे हुए | केवल वे जिन्हें टी.वी. चैनलों के अधिकांश एग्जिट पोलों में जीतने की उम्मीद जताई जाती है वही केवल फ्रेश नजर आते हैं | जिनके लिए एक या दो एग्जिट पोलों में ही बढ़त की बात कही जाती है वो कुलदेवी या कुलदेवताओं को मन ही मन चढ़ावा चढाने की शपथ खाते हैं | हर राउंड में ना सही दो-चार राउंड में भी आगे होने के लिए भगवान् से मनाते हैं |

एक ओर तो कुछ बड़े नाम वाले नेता जीत-हार के बाबत बड़ी-बड़ी बातें कह जाते हैं | सुनिये, वे अपने समर्थकों से क्या कहते हैं- बेफिक्र होकर 8 नवम्बर तक करें इंतजार- जीतेगा बिहार ! आएगा बहार !!…. बनेगी अपनी सरकार !!!

वहीं दूसरी ओर दीपावली को लेकर सजने लगा है बाजार ! जो जीतेंगे, होंगे उनके घर धनतेरस का उपहार ! हो चुनाव या दीवाली का त्योहार- आधी आबादी अब पुरुषों को देगी पछाड़ ! इ.वी.एम. मशीन की सुरक्षा के लिए चौकन्ना है चारो तरफ पहरेदार ! बज्रगृह केंद्र पर खड़े हैं विधानसभा वार ! पूरा सील किया गया है प्रवेश द्वार !

और अंत में जिले के चारों विधानसभाओं के कुल 60 प्रत्याशियों की किस्मत हो गयी है इ.वी.एम. में कैद और सील हो गया है वज्रगृह सहित सभी द्वार | नवम्बर 8 के 12 बजे बाद ही सभी जान पायेंगे कि कौन हुए उनके जनप्रतिनिधि और कौन होंगे भाग्यवान वे चार ……|

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