भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के सजे हुए ऑडिटोरियम में UGC एवं PG भौतिकी द्वारा संयुक्तरुप से आयोजित “Recent Innovations in Renewable Energy” विषय पर दो दिवसीय (5-6 जून) राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया | इस सेमिनार में बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 140 सहित झारखंड से 8, नेपाल से 2 तथा जापान व इंग्लैंड से 1-1 यानी कुल 152 प्रतिभागियों ने भाग लिया |
उद्घाटन के तुरंत बाद बीएनएमयू के विद्वान कुलपति डॉ.अवध किशोर राय, प्रतिकुलपति डॉ.फारुख अली, आईआईटी दिल्ली से आये मुख्य अतिथि डॉ.गोपाल नन्द तिवारी, भौतिकी के लोकप्रिय यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी, पूर्व कुलपति डॉ.अनंत कुमार, सीनेट सदस्य डॉ.नरेश कुमार, पीजी भौतिकी के अध्यक्ष प्रो.निखिल प्रसाद झा, डॉ.अरुण कुमार एवं ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ.विमल सागर सहित अन्य शिक्षाविदों ने बिहार सरकार के Science & Technology विभाग एवं PG Physics के संयुक्त तत्वावधान में छपे Souvenir का विमोचन किया |

बता दें कि कार्यक्रम विलम्ब से शुरू होने के साथ-साथ भीषण गर्मी होने के कारण उद्घाटन-सत्र में माननीय कुलपति सहित सभी विद्वान वक्ताओं ने संक्षेप में ही विश्व पर्यावरण दिवस को समेटते हुए अक्षय ऊर्जा के नवीनतम अनुसंधानों को रोचक बनाकर बेहतरीन समां बांध दी | कुलपति डॉ.राय ने तो भीषण गर्मी से परेशान हो रहे शोधार्थियों की दशा देखकर ऑडिटोरियम को शीघ्रातिशीघ्र एयर कंडिशन्ड कराने की घोषणा भी कर दी |
यह भी बता दें कि UGC के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के समापन-सत्र में मुख्यवक्ता के रूप में IIT Delhi के डायरेक्टर रहे डॉ.जी.एन.तिवारी ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रों में कई नवीनतम जानकारियों से प्रतिभागियों को लाभांवित किया वहीं प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट देने के दरमियान विशिष्ट अतिथि डॉ.मधेपुरी ने कहा कि नीतीश सरकार की रीढ़ माने जाने वाले ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव से उन्होंने गुजारिश की है कि बिहार के किसानों को सोलर पंप सेट देने, बिहारवासियों को प्रदूषण मुक्त वातावरण में जीने एवं पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पर बिजली, सौर पार्कों के विकास आदि क्षेत्रों में Renewable Energy पर जमकर शोधात्मक कार्य करने के लिए “अक्षय ऊर्जा मंत्रालय” स्वतंत्र विभाग के रुप में स्थापित किया जाय |
अंत में सेमिनार की सफलता के लिए ओर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ.विमल सागर द्वारा एंकर डॉ.फजल सहित डॉ.अशोक कुमार, डॉ.मोहित कुमार घोष, डॉ.प्रज्ञा प्रसाद, शोधकर्ता श्रुति कुमारी, ऑक्सफोर्ड की सपना सिन्हा, जापान की सृष्टि सिन्हा, काठमांडू के मनोज कुमार मिश्रा, डॉ.कुमारी साधना सुमन, मो.अब्दुल सत्तार, प्रवेश कुमार, सौरभ कुमार……… सहित जो सैकड़ों छात्र-छात्राएं व शोधकर्तागण अन्त तक मौजूद रहे, सबों को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया गया |