Dr. Ashok Chaudhary in Meeting

वित्तरहित शिक्षाकर्मियों को 15 दिनों के अंदर वेतन भुगतान

बिहार के हजारों वित्तरहित शिक्षाकर्मियों के लिए बड़ी ख़बर। राज्य के शिक्षामंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने वित्तरहित संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों संग वार्ता के क्रम में पुरजोर तरीके से कहा कि वित्तरहित शिक्षाकर्मियों को 15 दिनों के अंदर वेतन भुगतान होगा वरना प्रबंध समिति भंग कर दी जाएगी। बुधवार को शिक्षामंत्री के साथ हुई इस महत्वपूर्ण वार्ता में विधान परिषद् के सदस्य दिलीप चौधरी, नीरज कुमार, संजय सिंह, संजीव कुमार सिंह, संजीव श्याम सिंह एवं केदार पाण्डेय उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि वार्ता के दौरान मोर्चा द्वारा कई मांगे रखी गईं जिनमें समान कार्य समान वेतन, अनुदान की बजाय वेतनमान, लंबित अनुदान का शीघ्र भुगतान, कमिटी बनाकर वेतनमान के संबंध में अनुशंसा सहित 6-7 बिन्दुओं पर विशेष चर्चा हुई। सभी मांगों पर गंभीरता के साथ विचार करते हुए शिक्षामंत्री ने कहा कि सर्वप्रथम 15 दिनों के अंदर राशि का भुगतान हो। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कमिटी भंग कर दी जाएगी और प्रधानाचार्य को भी इसके लिए जिम्मेवार माना जाएगा। इसके साथ ही एक माह के अंदर सेवा शर्त नियमावली बना दी जाएगी और अनुदान की समीक्षा के लिए एक कमिटी का गठन किया जाएगा।

अपने फेसबुक पेज पर डॉ. अशोक चौधरी ने इन सारी बातों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि ‘मैंने वर्तमान प्रावधानों के अनुरूप त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।‘ शिक्षा मंत्री ने लंबित भुगतान की भी चर्चा की और बताया कि पूर्व में 285 करोड़ की राशि भेजी गई थी एवं वर्तमान में 303 करोड़ रुपये भेजने की विभागीय कार्रवाई पूरी हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा अनुदान शिक्षक के खाते में ही जाए तथा उसकी पूरी विवरणी वेबसाइट पर डाली जाए यह निदेश भी दे दिया गया है।

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