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तुलसी पब्लिक के राहुल राज बने हैंडरायटिंग ओलंपियाड के बिहार चैंपियन

Rahul Raj , a student of class 4 , of Tulsi Public School Madhepura , became Bihar Champion in English handwriting Olympiad (2016-17) .

तुलसी पब्लिक स्कूल के वर्ग 4 का 11 वर्षीय राहुल राज  को“अंग्रेजी हैंडराइटिंग ओलंपियाड- 2016-17” के ग्रुप-सी में सूबे बिहार में प्रथम स्थान आया | सोचिए तो सही, संकल्प और जुनून से किस कदर लैस होगा यह बालक राहुल जिसके पिताश्री पंकज कुमार टी.ई.टी. शिक्षक के रूप में पुरैनी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, खैरो में मात्र 21 दिनों तक ही छात्रों को पढ़ाने के बाद दुनिया को अलविदा कह दिया |

यूँ तो बचपन से ही राहुल का टैलेंट अपना प्रभाव चारों ओर तेजी से बिखेरने लगा था | उसकी प्रतिभा और लगन को देखकर ही टी.पी.एस.  के निदेशक श्यामल कुमार सुमित्र ने विद्यालय द्वारा उसे गोद लेने का एलान भी कर दिया और तब से राहुल के पठन-पाठन की पूरी जिम्मेदारी स्कूल की हो गई है | सचमुच, हर किसी की मेहनत उसे मंजिल तक पहुंचा ही देती है बशर्ते वह राहुल की तरह निरंतर कोशिश को रफ्तार देते रहने की ठान ले |

यह भी बता दें कि बच्चों के पठन-पाठन की सामग्रियों के निर्माता के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त “क्लासमेट कम्पनी” द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर वर्ग-1 से 12 तक 3 ग्रुपों (A-12 से 9 तक) (B-8 से 5 तक) एवं (C-4 से 1 तक) के लिए “इंग्लिश हैंडराइटिंग ओलंपियाड” का आयोजन किया गया जिसमें राज्य स्तर पर छात्र-छात्राओं का चयन हुआ उनमें तीन कोसी के ही लाल हैं- ग्रुप-सी. में प्रथम रैंक पर राहुल राज (मधेपुरा) एवं द्वितीय पर मो.नूरानी (सहरसा) तथा ग्रुप-बी में प्रथम रैंक पर नेहा कुमारी | शेष तीन में दो भागलपुर एवं एक छपरा ले गया |

इस ओलंपियाड के कोसी जोन संयोजक श्री संजय कुमार ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर 23 अप्रैल को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में इस हैंडराइटिंग ओलंपियाड के ग्रैंड फिनाले का भव्य आयोजन होगा जहां पहुंचने के लिए सभी सफल प्रतियोगी को स्थान व रूट बता दिया गया है | उन्होंने यह भी कहा कि नेशनल स्तर पर सफल होने वाले प्रतिभागी को वहीं आयोजित भव्य समारोह में पुरस्कार व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा |

मधेपुरा अबतक द्वारा जब राहुल राज से यह पूछा गया कि आगे वह क्या बनना चाहता है- वैज्ञानिक, कलाकार या और…….. कुछ, के जवाब में राहुल ने कहा ‘IAS कम्पीट कर डीएम’ ! भला क्यों नहीं मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल की देशभक्ति व सेवाभाव बड़ों को ही नहीं बल्कि मधेपुरा के बच्चों को भी सजीव ढंग से प्रभावित किया है |

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