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पाँच राज्यों के चुनाव में ना तो मोदी ना ही राहुल के लिए अच्छी ख़बर

India Rahul Gandhi

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पाँच राज्यों में चुनाव की घोषणा के बाद सभी पार्टियां हरकत में आ चुकी हैं। हालांकि अभी चुनाव में थोड़ा वक्त है लोकिन चुनावपूर्व सर्वे का दौर शुरू हो गया है। शुरुआत सी-वोटर ने की है। सी-वोटर द्वारा चार राज्यों में कराए गए पोल में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित पोल के आंकड़े के अनुसार केरल में सीपीएम के नेतृत्व वाली एलडीएफ की सरकार बनेगी। पश्चिम बंगाल में भी सीपीएम की ताकत बढ़ेगी लेकिन कम बहुमत से ही सही, वापसी ममता की ही होगी। असम में तरुण गोगोई सरकार को झटका लग सकता है लेकिन बीजेपी गठबंधन भी बहुमत से पीछे ही रहेगा। उधर तमिलनाडु में जयललिता वापसी तो कर सकती हैं लेकिन मशक्कत के साथ।

सर्वे के मुताबिक केरल में लेफ्ट पार्टियां 44.6 प्रतिशत वोट हासिल करेंगी। सीटों के हिसाब से एलडीएफ को 140 में से 89 सीटों पर जीत मिलेगी, जबकि कांग्रेस का यूडीएफ गठबंधन महज 49 सीटों पर सिमट कर रह जाएगा। बता दें कि अभी वहाँ कांग्रेस के पास विधानसभा में 72 सीटें हैं।

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर ममता वापसी करती दिख रही हैं। हालांकि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 156 सीटों से ही संतोष करना पड़ेगा। दूसरी ओर वहाँ अपना प्रदर्शन सुधारते हुए सीपीएम 114 सीटें हासिल करती दिख रही है। तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा के लिए यहाँ से अच्छी ख़बर नहीं है। आंकड़ों पर भरोसा करें तो उसके खाते में महज चार सीटें जा रही हैं।

असम में कांग्रेस की तरुण गोगोई सरकार मुश्किल में है। वोट शेयर में चार प्रतिशत गिरावट के साथ यहाँ कांग्रेस 34 सीटों पर सिमटती दिख रही है। उधर भाजपा गठबंधन 57 सीटों के साथ फायदे में तो रहेगा लेकिन सर्वे की मानें तो बहुमत के आंकड़े को वो भी नहीं छू पाएगा।

तमिलनाडु में जयललिता का जलवा कायम तो रह सकता है लेकिन एड़ी-चोटी का पसीना एक करने के बाद। सर्वे के मुताबिक उनकी पार्टी एआईएडीएमके को 116 सीटें मिल सकती हैं। पर यह आंकड़ा बहुमत से दो सीट कम है। करुणानिधि की पार्टी डीएमके 101 सीटों के साथ कड़े मुकाबले में दिख रही है।

वैसे देखा जाय तो इन राज्यों के चुनावी मूड का पूरा-पूरा अनुमान लगाना अभी सम्भव नहीं। सी-वोटर ने स्वयं कहा है कि सर्वे के नतीजों में स्टेट लेवल पर तीन प्रतिशत और रीजनल लेवल पर पाँच प्रतिशत का अंतर आ सकता है। इसके बावजूद ये सर्वे पार्टियों की मौजूदा स्थिति का संकेत जरूर देता है। बता दें कि इस सर्वे के लिए सी-वोटर ने 14, 353 लोगों से बात की।

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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