ऋष्य श्रृंग की पावन धरती सिंहेश्वर स्थान के मवेशी हाट मैदान में त्रिदिवसीय सर्वधर्म महासम्मेलन का शुभारम्भ शुक्रवार के दिन दीप-प्रज्जवलित कर भू.ना.मंडल वि.वि. के प्रतिकुलपति डॉ.जे.पी.एन.झा, समाजसेवी डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी, डॉ.रामचन्द्र मंडल, डॉ.के.एन.ठाकुर, डॉ.बी.एन.विवेका, प्रो.श्यामल किशोर यादव, प्रो.शचीन्द्र एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.अनिल कुमार सहित प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी के रामनाथ भाई, जैन धर्म के विवेक मुनि, इस्लाम धर्म के मिर्जा दिलदार हुसैन वेग, सिक्ख धर्म गुरु कुलमोहन सिंह, आनंद मार्ग के प्रवक्ता एवं महर्षि मेंहीं के स्थानीय संस्थापक स्वामी विमलानंद महाराज, ईसाई धर्म के फिलिप्स क्राइस्ट, कबीर पंथ के उमा साहब आदि सभी ने सम्मिलित रूप से किया |
इस अवसर पर समाज एवं दूसरों की भलाई करने वाले संत-मुनियों की उपस्थिति सर्वाधिक देखी गयी | वैसे खुदा के बंदे तथा ईश्वर के बच्चों के रूप में मधुर वाणी से लैस प्रमुख आत्माएँ जो सदा मंच पर विराजमान रहीं- जैनधर्म अशोक भंत जी, फादर ऑफ़ सैंट, राम सिंह भाईजी, कोडिनेटर हरीश भाईजी, सुमन बहनजी, भाई जगदीश जी, सृजना दीदी, नीरा दीदी, दीदी मंगलवा, भगवती दीदी सहित मधेपुरा की ब्रह्मा कुमारी रंजू दीदी आदि |
समाज में सदभाव बनाने हेतु आयोजित इस त्रि-दिवसीय सर्वधर्म महासम्मेलन का आयोजन सिंहेश्वर मेंही आश्रम के संस्थापक स्वामी विमलानन्द महराज, संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.अनिल कुमार व छात्र नेता राहुल कुमार ने किया | सम्मेलन में नेपाल सहित कोसी प्रमंडल के अररिया, पूर्णिया एवं सहरसा, मधेपुरा, सुपौल सहित अन्य जिले के लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी | इस धर्म सम्मेलन में स्वास्थ शिविर, नि:शुल्क जांच शिविर सहित धार्मिक पुस्तकों का स्टाल भी लगाया गया है |
उद्घाटन भाषण में प्रतिकुलपति डॉ. झा ने कहा कि गीता के दर्शन के सामने विश्व सिर झुकाता है | गीता ज्ञान से भरा विश्व का प्रथम धर्मग्रन्थ माना जाता है | ज्ञान सर्वाधिक पवित्र विद्या है जो हमारे हृदय को विशालता से भर देता है | उन्होंने कहा कि जब सभी धर्मों का मत एक है तो विभेद कैसा ?
अन्य सभी विद्वान वक्ताओं ने अपने उदगार में ज्ञान प्राप्ति से आत्म तत्व के बोध होने की बातें कहीं तथा शांति एवं संतोष को सर्वश्रेष्ठ मानव धन बताते हुए मानव को मानव होने पर बल दिया | राष्ट्रीय मुस्लिम एकता मंच के मिर्जा बेग ने मुस्लिम धर्म सहित किसी भी धर्म में हिंसा (गो-हत्या) को जायज नहीं कहा | उन्होंने पैगम्बर साहब को उद्धृत करते हुए वृक्ष नहीं काटने की बात कही |
उसी कड़ी में डॉ.मधेपुरी ने राम-रावण संवाद को परोसते हुए श्रद्धालुओं से यूँ कहा कि रावण सबकुछ में राम से श्रेष्ठ होने के बावजूद युद्ध में इसलिए हार गया कि राम का भाई राम का साथ दिया और रावण का भाई उससे अलग रहा | डॉ.मधेपुरी ने खुशियों का इजहार करते हुए कहा कि आज जब सभी धर्मों के लोग एक साथ, एक मंच पर हैं तो हम आतंकवादियों-देश द्रोहियों को सबक सिखाने एवं भारत को विश्व गुरु बनाने में सक्षम सिद्ध होंगे | लम्बे तकरीर के अंत में उन्होंने सर्वधर्म सम्मेलन के जयकारा के साथ लाखों लाख श्रद्धालुओं को अपनी चार पंक्तियाँ भेंट की-
धन आदमी की नींद को हरपल हराम करता ,
जो बांटता दिल खोल उसे युग सलाम करता |
मरने के बाद मसीहा बनता वही मधेपुरी,
जो जिंदगी में अपना सबकुछ नीलाम करता ||
उद्घाटन सत्र के अंत में सभी शिक्षकों एवं संतों के साथ ‘धर्मामृत’ स्मारिका का लोकार्पण किया गया और प्रतिकुलपति डॉ.झा ने कहा कि पुस्तक से बड़ा मित्र संसार में कोई नहीं होता | सम्पादक डॉ.अनिल कुमार ने कहा कि स्मारिका को पढ़ने पर ज्ञान के कपाट खुल जायेंगे |
कार्यक्रम स्थल पर पेयजल, स्वास्थ्य एवं पुलिस शिविर के साथ एस.पी. विकास कुमार को भी क्रियाशील देखा गया | विभिन्न धर्मों के बुक स्टाल पर भीड़ देखी गयी | विभिन्न प्रदेशों के श्रद्धालु भी सम्मेलन में शामिल हुए | सबों को आयोजकों की ओर से डॉ.अनिल ने धन्यवाद ज्ञापित किया |