भारत में पीएम रहे मनमोहन के कोरोना संक्रमित हुए, सुनते ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री का भारत दौरा रद्द

आरबीआई के गवर्नर तथा अर्थशास्त्र के ज्ञाता भारत में लंबे अर्से तक प्रधानमंत्री रह चुके मनमोहन सिंह कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमित हो गए हैं। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया।

बता दें कि 88 वर्षीय श्री सिंह को बेहतर इलाज हेतु एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। ट्राॅमा सेंटर को “कोविड उपचार केंद्र” के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। आरंभ में उन्हें हल्का बुखार था, बाद में जांच के क्रम में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की गई। यह भी कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी दुनिया को दी।

जानिए कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आने की सहमति दी जा चुकी थी। परंतु, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ऐसे दिग्गज नेताओं के कोरोना संक्रमित होने के मद्देनजर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन फिलहाल भारत यात्रा पर नहीं आएंगे।

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कोरोना के कारण सूबे बिहार में आज से रात 9:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक लगा रहेगा नाइट कर्फ्यू

कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या इस कदर तेजी से बढ़ने लगी कि इस बार बिहार के महामहिम राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक के सुझावों के साथ-साथ डीएम-एसपी से वस्तु स्थिति की जानकारियां लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चली 6 घंटे की मैराथन मीटिंग में नाइट कर्फ्यू के अतिरिक्त ये निर्णय लिए गए-

1. सूबे की सभी दुकानें, प्रतिष्ठान और मंडियां शाम 6:00 बजे तक ही खुली रहेंगी।

2. सभी शिक्षण संस्थान, सिनेमा हॉल, मॉल, पार्क एवं जिम 15 मई तक बंद रहेंगे।

3. सूबे के सभी मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर एवं गुरुद्वारा भी 15 मई तक बंद रहेंगे।

4. सूबे के सभी सरकारी एवं निजी कार्यालय 5:00 बजे शाम तक बंद हो जाएंगे।

5. इस बार शादी या श्राद्ध में 100 लोग शामिल होंगे और दाह संस्कार या दफन के दौरान 25 लोगों तक ही रहेंगे।

6. सूबे के स्कूल-कॉलेजों में परीक्षाएं नहीं होंगी, परंतु बीपीएससी एवं कर्मचारी चयन की परीक्षाएं ली जाएंगी। जानिए कि अप्रैल में होने वाला जीईई मेन परीक्षा भी स्थगित रहेंगी।

7. इस बार माइक्रो की जगह अब पूर्ण कैंटोनमेंट जोन बनेंगे।

8. इस बार अनुमंडल स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे तथा होम आइसोलेशन में रहने वालों की भी होगी निगरानी।

9. सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज-अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगेगा।

10. इस बार भी स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रियता और समर्पण को देखते हुए एक माह का अतिरिक्त वेतन का भुगतान करने का निर्णय लिया गया है।

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जिले में प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 70-80-90 तक पहुंचने लगी है

जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या प्रतिदिन तेजी से बढ़ती जा रही है। रविवार को 24 घंटों के दौरान सूबे में 8690 नए मरीज मिले। मात्र 17 दिनों में 8 गुना बढ़ गया कोरोना संक्रमण की दर। इस तरह लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी श्याम बिहारी मीणा, एसपी योगेंद्र कुमार, एडीएम उपेंद्र कुमार व अन्य पदाधिकारियों द्वारा लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है… भरपूर कोशिश की जा रही है फिर भी अधिकतर लोग इस बीमारी के प्रकोप से उत्पन्न होने वाली खतरनाक स्थिति को लेकर लापरवाह बने हैं- ना तो अपनी बारी आने पर वैक्सीन लेते हैं और ना S.M.S. का पालन करते हैं।

जानिए कि डीएम-एसपी की पूरी टीम दिन-रात कोरोना से जंग जीतने में लगे रहते हैं। सभी प्रखंडों में एंटीजन जांच व rt-pcr जांच के दौरान पाए गए कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को जिला मुख्यालय अस्पतालों में इलाज हेतु भेजे जा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में भी सघन सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क चेकिंग आदि किए जा रहे हैं।

वहीं समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी का कहना है कि जब तक सभी लोग जिला प्रशासन को सहयोग नहीं करेंगे तो जिले के डीएम एवं एसपी कैसे कोरोना से लड़ रहे युद्ध में विजयी हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में रोजगार के लिए गए लोगों के अपने घर लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ऐसे ही लोगों में ज्यादा कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है। ऐसे लोगों की मॉनिटरिंग करने में ग्रामीणों को भी जिला प्रशासन को सहयोग देते रहने की जरूरत है।

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5 दिन रोजगार व 2 दिन कोरोना पर हो प्रहार

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लाॅकडाउन को लेकर मजदूरी कर परिवार के लिए निवाला जुटाने वाले मजदूरों की फौज की तस्वीर सामने आ जाती है। मजदूरों के समक्ष रोजगार का संकट ना हो इसको लेकर राजनेताओं की सर्वाधिक मान्यताएं यही है- लाॅकडाउन नहीं थोपा जाए।

बता दें कि कोई राजनेता सिर्फ जागरूकता की बात करते तो कोई कहते कि कोरोना प्रसार रोकने हेतु वीकेंड-कर्फ्यू लगे, तो कोई कहते कि किसी कीमत पर लाॅकडाउन नहीं लगे….. वहीं कुछ का कहना है कि जो भी हो वह नियोजित हो…..। महामहिम राज्यपाल फागू चौहान का तो यही कहना है कि जो भी हो…. कोरोना संकट से निपटने के लिए एकजुटता अवश्य हो

अंत में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले कि 17 अप्रैल को राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक में सभी दलों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों एवं 18 अप्रैल को डीएम-एसपी से वस्तु स्थिति की जानकारियां लेकर आपदा प्रबंधन समूह द्वारा जल्द ही निर्णय ले लिए जाएंगे।

चलते-चलते समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने इस बाबत पूछे जाने पर यही कहा कि मजदूरों को दृष्टिपथ में रखते हुए पांच रोज तक कोरोना प्रोटोकोल के नियमों को सख्ती के साथ पालन करते हुए रोजगार का मौका दिया जाना और सप्ताह के अंत में दो दिनों तक कर्फ्यू के दरमियान प्रशासनिक स्तर जागरूकता लाने हेतु विभिन्न विधियों से प्रचार-प्रसार करना समुचित प्रतीत होता है। कोरोना से जीतने के लिए सबों को एकजुट होकर काम करना ही पड़ेगा….!

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कोरोना से लड़ाई है जारी

सर्वाधिक चिंता की बात तो यह है कि बिहार में 1 दिन में रिकॉर्ड 6133 कोरोना संक्रमित मिले। अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। पटना में सर्वाधिक 2105 नए कोरोना संक्रमित मिले जबकि अन्य 14 जिलों में 100 से अधिक नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई।

तत्काल निजी एवं सरकारी स्कूलों में एक तिहाई शिक्षक ही रोज आएंगे। अस्पताल आने वाले मरीजों की पहले होगी थर्मल स्क्रीनिंग तथा कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर उस मरीज का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। तैयारी के तौर पर सभी सरकारी अस्पतालों में अब ‘फ्लू कॉर्नर’ खुलेगा जिसमें एक मेडिकल टीम बैठेगी, जो मरीजों की स्क्रीनिंग कर जांच करेगी।

यह भी कि शादी हो या हो मृतक का दाह-दफन संस्कार प्रत्येक में कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किए जाने का प्रशासनिक निर्देश जारी है। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसियों के यहां मजिस्ट्रेट की तैनाती भी कर दी गई है।

चलते-चलते बकौल समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी- विज्ञान ने तो दूरियों को घटा दी है, परंतु कोरोना के कारण पड़ोसियों एवं रिश्तेदारों के बीच की दूरियां बढ़ती जा रही है। कोरोना का खौफ लोगों में इस कदर बढ़ता जा रहा है कि पड़ोस के घर में मौत होने पर कोई झांकने तक नहीं जाता…. यहां तक कि नाते-रिश्तेदार वाले फोन करने पर भी नहीं आते….। ऐसा लगता है कि जिस गति से कोरोना के कारण लोगों की मौतें हो रही हैं उससे भी तेज गति से उनके परिजनों के अंदर हो रही है- “संवेदनाओं की मौत… और…. बहुत कुछ !”

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अंबेडकर की 131वीं जयंती पर बोले डॉ.मधेपुरी- अपने बच्चों को शिक्षा, संस्कार और संघर्ष की ताकत दें

नौ भाषाओं के ज्ञाता और भारतीय संविधान के निर्माता डॉ.भीमराव अंबेडकर की 131वी जयंती समाजसेवी-शिक्षाविद् प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण अपने वृंदावन निवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मनाई। डॉ.मधेपुरी ने ऑनलाइन जयंती का आयोजन कर कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ एकजुटता एवं संघर्ष का मंत्र दिया था। उन्होंने कहा कि सभी अपने बच्चों को शिक्षा, संस्कार और संघर्ष करने की ताकत दें।

बता दें कि जिले के विभिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न संस्थानों में विविध प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों ने डॉ.भीमराव अंबेडकर को याद किया और श्रद्धा सुमन अर्पित किया। किसी ने कहा कि डॉ.अंबेडकर ने सदा हक के लिए आवाज उठाई तो किसी ने उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही।

चलते-चलते यह भी कि विभिन्न राजनीतिक युवा संगठनों ने जहां अंबेडकर के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया, वहीं कुछ संगठनों द्वारा बाबासाहेब को मानवतावाद का पुजारी कहां गया। पंचायत-प्रखंड से लेकर जिला और प्रांतीय एवं राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर तक बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लोगों ने याद किया।

 

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रमजान है इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना

चांद का हुआ दीदार, पहला रोजा आज। 14 अप्रैल से शुरू हुआ रोजा। इस पर्व में इबादत से राजी होकर खुदा बेपनाह रहमते बरसाता है। यह पर्व मुस्लिम समुदाय के लिए अहम माना जाता है। इसे उपवास और इबादत करने का एक पवित्र महीना माना जाता है।

बता दें कि रमजान को माह-ए-रमजान भी कहा जाता है। इस पूरे महीने अल्लाह की सच्चे मन से इबादत की जाती है। इस महीने में रोजे रखने के अलावा रात में तरावीह की नमाज पढ़ी जाती है। सुबह सेहरी करके रोजा शुरू किया जाता है तथा शाम को इफ्तार के साथ रोजा खोला जाता है। जानिए कि सेहरी और इफ्तार का समय निश्चित होता है।

चलते-चलते यह भी जानिए कि रमजान के महीने को तीन भागों में बांटा गया है। प्रथम 10 रोजों में रहमतों का दौर होता है और दूसरे 10 रोजों में माफी का एवं अंतिम 10 रोजे जहन्नुम की आग से बचाने के लिए होता है। परंतु, इस बार कोरोना की नई लहर के कारण सामूहिक नमाज- इफ्तार से सभी परहेज कर रहे हैं…. क्योंकि कुरान-ए-पाक में वतन से मोहब्बत करने का हुक्म है।

 

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मधेपुरा के बीपी मंडल चौक पर मंडल जी की 40वीं पुण्यतिथि मनी

सामाजिक न्याय के पुरोधा, बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके बाबू विन्धेश्वरी प्रसाद मंडल की 40वीं पुण्यतिथि पर आज प्रातः 10:00 बजे जिलाधिकारी श्याम बिहारी मीणा (IAS) से पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार (IPS), डीडीसी बिनोद कुमार सिंह, एडीएम उपेन्द्र कुमार, समाजसेवी- साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, जिला शिकायत निवारण पदाधिकारी सह एडीएम शिवकुमार शैव, मो.शौकत अली सहित जिले के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने मंडल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि किया।

इस पुण्य तिथि के अवसर पर डीएम श्याम बिहारी मीणा ने कहा कि कोरोना की इस दूसरी लहर पर विजय पाने के लिए सभी जिलेवासी मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिं मेंटेन करें और बार-बार साबुन से हाथ धोते रहें- यही उस महात्मा महामना मंडल साहब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने कहा कि पुण्यतिथि के अवसर पर सभी जिलावासी संकल्प लें कि कोरोना से जीतने के लिए “दवाई भी और कड़ाई भी”  साथ-साथ चले। डीडीसी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मंडल साहब अपने साहस भरे सत्कर्मों के चलते अमर रहेंगे।

समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी रासबिहारी लाल मंडल के पुत्र व सामाजिक न्याय के प्रनेता  विन्धेश्वरी प्रसाद मंडल ने आगड़ा-पिछड़ा का भेद मिटाकर एक ऐसा काम किया है कि  युग-युग तक मंडल और मंडेला को दुनिया याद करती रहेगी। एडीएम  उपेंद्र कुमार ने यही कहा कि बीपी मंडल साहब सोशल इंजीनियरिंग के महा ज्ञाता बने रहेंगे। इस अवसर पर समाजसेवी शौकत अली, एनडीसी, डिस्टिक स्टैटिकल ऑफीसर, आईटी मैनेजर एवं स्थापना के बड़ा बाबू विजय झा  व अन्य मौजूद थे।

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चैत्र नवरात्रि पर अपने मन व शरीर को दें विश्राम

इस बार चैत्र नवरात्रि कल से यानि 13 अप्रैल (मंगलवार) से शुरू होकर 21 अप्रैल (बुधवार) को समाप्त होगी। इस अवधि में आप अपने मन और शरीर को विश्राम अवश्य दें। यह आपकी आत्मा के विश्राम का समय होता है। यह वह समय है जब आप खुद को सभी क्रियाओं से अलग कर लेते हैं।

मौके पर मधेपुरा के खेदन बाबा चौक स्थित चैती दुर्गा मंदिर परिसर में समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी से इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जब हम इंद्रियों की इन सभी क्रियाओं (खाना, बोलना, देखना, छूना, सुनना, सूंघना….) से अलग हो जाते हैं तब हम अंतर्मुखी होने लगते हैं….. जो वास्तविक रूप में सुख, आनंद व उत्साह का स्रोत बनने लगता है। परंतु, जब हम बाह्य जगत में उलझे रहते हैं तो हम आनंद-उत्साह का अनुभव नहीं कर पाते। नवरात्रि तो वह समय है, जब हम खुद को अपने मन के धरातल से अलग कर लेते हैं….. तभी हम अपनी आत्मा के धरातल पर विश्राम करने लगते हैं। वस्तुत: इस अवधि में मौन, उपवास, जाप व ध्यान के रास्ते आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत होती है।

 

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रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-बी के इस्तेमाल हेतु भारतीय विशेषज्ञों ने दी मंजूरी

भारत में कुछ दिनों से भारतीय सिरम इंस्टीट्यूट की “कोविशिल्ड” एवं भारत बायोटेक की “कोवैक्सीन” का इस्तेमाल कोरोना टीकाकरण के रूप में किया जा रहा है।

हाल-फिलहाल रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-बी के आपातकालीन इस्तेमाल को भारतीय ड्रग कंट्रोलर जनरल की विषय विशेषज्ञ समिति ने मंजूरी दे दी है। जब फार्मास्यूटिकल कंपनी डॉ.रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने सात दिन कबल रूसी कोरोना स्पूतनिक-बी के भारत में इस्तेमाल की लिखित मंजूरी हेतु आवेदन दिया तो विषय विशेषज्ञ समिति ने स्वीकार कर लिया।

अतः भारत में कोरोना की बढ़ रही दूसरी लहर से मुकाबला करने के लिए भारत में अब तीन प्रकार के वैक्सीन उपलब्ध हैं। समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र  मधेपुरी ने भारत वासियों से अनुरोध किया है कि वैक्सीन अवश्य लें, परंतु मास्क भी पहने और दूरी बना कर रहें तथा साबुन से हाथ धोते रहें।

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