Dr Madhepuri and Vijay Verma outside polling booth

चुन…चुन…चुन : अच्छों को चुन  !!

देश के कुछ ही राज्यों में विधान परिषद हैं जिसमें बिहार भी एक है | जुलाई सात को बिहार विधान परिषद के स्थानीय निकाय कोटे की 24 सीटों के लिए सबसे अधिक 98% एवं सबसे कम 80% तक मतदान हुए | मतदान प्रतिशत सबसे अधिक नवादा और मुरलीगंज प्रखंड में तथा सबसे कम दरभंगा में रहा | मतदान सवेरे 8 बजे से संध्या 4 बजे तक हुआ | मतदान की समाप्ति के साथ ही 152 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में बन्द हो गया | यह चुनाव होता है “प्रेफ़ेरेन्शिअल” | तभी तो इसमें ई.वी.एम. मशीन का उपयोग नहीं होता है | बिहार में पहली बार प्रत्याशियों के फोटोयुक्त बैलट पेपर का उपयोग किया गया तथा सभी बूथों पर विडीयोग्राफी करायी गयी | मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ | मतगणना 10 जुलाई को सवेरे 8 बजे से होगा |

मधेपुरा-सहरसा-सुपौल स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के मधेपुरा जिले के कुल 2696 मतदाताओं में 2452 ने वोट डाले यानी 91% वोट डाले गये | सभी 13 प्रखंडों में मुरलीगंज में सबसे अधिक 98% तथा मधेपुरा सदर में सबसे कम 88% मतदान किये गये | मधेपुरा में विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा मत डालकर भी अंत तक डटे रहे और आलमनगर में मंत्री नरेंद्र नारायण यादव अपने मताधिकार का प्रयोग किया | एम.एल.सी. विजय वर्मा के साथ डॉ. मधेपुरी , निराला जी, डॉ. नीरज, नरेश पासवान, विजेंद्र प्र. यादव, मो. जुम्मन अन्त तक जमे रहे |

मतदान के दौरान पोलिंग बूथ पर माइक्रो आब्जर्वर , जोनल मजिस्ट्रेट, गस्ती दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की भी नियुक्ति की गयी थी | मधेपुरा के दोनों एस.डी.एम. संजय कु. निराला एवं मुकेश कु. साह , थानाद्यक्ष मनीष कुमार एवं आरसी उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी बूथ की सम्पूर्ण गतिविधियों का जायजा मतपेटियों के सील होने तक लेते रहे |

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