डीआरडीए के झल्लू बाबू सभागार में डीडीसी मिथिलेश कुमार की उपस्थिति में डायनेमिक डीएम मो.सोहैल द्वारा नवनिर्वाचित जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी एवं उपाध्यक्ष रघुनंदन दास (अधिवक्ता) को सत्य व निष्ठा के साथ शपथ दिलाने के बाद क्षेत्र की नली-गली और शौचालय निर्माण को प्राथमिकता देकर जिले के विकास में योगदान निभाये जाने की सलाहियत देना या फिर जिले के दूर-सुदूर गांवों में एएनएम ट्रेनिंग कॉलेज, पारामेडिकल, आईटीआई आदि-आदि आरंभ कराने या फिर विद्युत रेल इंजन फैक्ट्री के लिए किसानों से जमीन मुहैया कराने में दिन-रात लगे रहकर काम आरंभ कराने अथवा जिले के गांवों को शहर जैसी सुविधाएं प्रदान करने के लिए भारत एवं बाहर के 65 निवेशकों को आमंत्रण देकर बुलाना और उनके लिए जमीन उपलब्ध कराने हेतु छोटे-बड़े जमीन मालिकों जैसे मुरहों के डॉ.अरुण कुमार मंडल, प्रो.प्रभाष चंद्र यादव, साहूगढ़ के के.बी.यादव, टेंगराहा के प्रो.श्यामल किशोर यादव, मधेपुरा के डॉ.मधेपुरी व नरेंद्र नारायण निराला, सिंघेश्वर के हरि टेकरीवाल आदि के साथ उसी झल्लू बाबू सभागार में 4 जुलाई 2016 यानी रमजान के महीने में 5:00 बजे शाम में विमर्श करने को डी.एम. मो.सोहैल के विकास के लिए व्याकुलता नहीं तो और क्या कहेंगे |

हाल ही में डी.एम.मो.सोहैल भूपेंद्र नारायण मंडल विश्व विद्यालय परिसर में बन रहे कर्पूरी मेडिकल कॉलेज को अगले मार्च तक पूरा कर हस्तांतरित करने के निमित्त एक समीक्षात्मक बैठक बुलाई और एल एण्ड टी कंपनी के सभी जवाबदेह पदाधिकारियों से यही जाना कि ढाई हजार मजदूर चाहिए लेकिन प्रतिदिन 1000 मजदूर उपलब्ध हो रहे हैं यह जानकर डी.एम. मो.सोहैल ने लेबर विभाग के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क करने में जुट गए और समाधान निकाल ही लिए |
चाहे खेल का मैदान हो या फिर महिलाओं के विभिन्न संगठनों का ट्रेनिंग कैंप अथवा शिक्षक अधिकारियों की कोई बैठक ही क्यों ना हो डी.एम. मो.सोहैल सभी प्रशिक्षुओं, शिक्षकों एवं अधिकारियों से विकास में योगदान देने की अपील कर ही देते हैं और उन्हें स्वस्थ, स्वच्छ एवं सुंदर मधेपुरा बनाने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत की चंद बातें बोल ही देते हैं |