‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ कार्यक्रम के तहत बिहार के मोतिहारी आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को बिहारवासियों को दो बड़े उपहार दिए। मधेपुरा के लिए विशेष खुशी की बात यह कि इनमें से एक उपहार के साथ उसका नाम भी जुड़ा है। जी हाँ, सर्वप्रथम जानें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मधेपुरा स्थित देश का पहला विद्युत रेल इंजन कारखाना राष्ट्र को समर्पित किया और दूसरा यह कि उन्होंने दिल्ली के लिए एक नई ट्रेन हमसफर एक्सप्रेस और नए स्वरूप में बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन का भी लोकार्पण किया। बता दें कि प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कटिहार-नई दिल्ली के बीच हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और फिर मधेपुरा रेल इंजन फैक्ट्री का भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही लोकार्पण किया। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, राज्यपाल श्री सत्यपाल मलिक, केन्द्रीय मंत्री श्री रामविलास पासवान व सुश्री उमा भारती सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
मधेपुरा विद्युत रेल इंजन फैक्ट्री के लोकार्पण का इंतजार यूं तो पूरे बिहार को था, लेकिन मधेपुरा के लिए इस इंतजार के मायने कुछ ज्यादा ही खास थे। हो भी क्यों ना! अब इसमें भला किसे दो राय हो सकती है कि इस फैक्ट्री के चालू होने से कोसी के इलाके में औद्योगिक विकास की रफ्तार और तेज होगी। उल्लेखनीय है कि दस साल के लंबे इंतजार के बाद यह कारखाना शुरू होने जा रहा है और इस संदर्भ में जमीन अधिग्रहण को लेकर लगातार उत्पन्न विवादों के बाद भी कारखाना निर्माण में बाधा उत्पन्न नहीं होने देने में जिला प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बता दें कि मधेपुरा के श्रीपुर चकला में बने इस कारखाने में पांच लोकोमोटिव इंजन साल 2019 में, 35 इंजन 2020 में और 60 लोकोमोटिव इंजन साल 2021 में बनाये जाएंगे। इसके बाद 800 लोकोमोटिव्स का लक्ष्य पूरा होने तक हर साल 100 लोकोमोटिव इंजन का निर्माण कारखाने में किया जाएगा। 26 हजार करोड़ की इस महत्वपूर्ण परियोजना के तहत 12 हजार हॉर्स पावर वाले लोकोमोटिव इंजन का निर्माण होगा और इस कारखाने से निकलने वाले इंजन 9000 टन वजनी मालगाड़ी को लेकर चलने की क्षमता वाले होंगे। चलते-चलते बता दें कि वित्तीय वर्ष 2007-08 में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मधेपुरा में विद्युत रेल इंजन कारखाना लगाने की घोषणा की थी।