मधेपुरा के भूपेन्द्र स्मृति कला भवन में बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग व जिला प्रशासन मधेपुरा के बैनर तले विभिन्न कलाओं….. यथा लोकगीत, लोकनृत्य व नाटक के साथ-साथ शास्त्रीय गीत एवं शास्त्रीय नृत्य आदि में केवल प्रथम स्थान प्राप्त कलाकारों की सूची 15 जनवरी तक विभाग को उपलब्ध कराने हेतु दो दिवसीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में भाग लेनेवाले प्रतियोगियों पर उम्र सीमा के बाबत कोई प्रतिबंध नहीं है।
बता दें कि जिला स्तर पर सर्वोत्कृष्ट कलाकारों को चिन्हित करने हेतु दो दिवसीय प्रतियोगिता का उद्घाटन बिहार सरकार के एससी-एसटी कैबिनेट मंत्री प्रो.(डॉ.) रमेश ऋषिदेव, समाज सेवी साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी शिव कुमार शैव, डीडीसी मुकेश कुमार, एनडीसी रजनीश कुमार, डॉ.शांति यादव आदि द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उद्घोषक जयकृष्ण प्रसाद यादव, अरुण कुमार, ध्यानी यादव का सहयोग सराहनीय रहा।
जिला स्तरीय युवा उत्सव के उद्घाटन के बाद अपने सारगर्भित संबोधन में मंत्री डॉ.रमेश ऋषिदेव ने कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए बिहार सरकार की उपलब्धियों एवं युवाओं के हितार्थ किए गए कार्यों की बुनियादी जानकारियां दी और खूब तालियां बटोरी। इस अवसर पर अपर समाहर्ता शिव कुमार शैव ने संगीत एवं संगीत के घरानों की विलक्षण व बारीक चर्चाओं केे माध्यम से श्रोताओं का दिल जीत लिया वहीं डॉ.मधेपुरी द्वारा भारतरत्न शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खाँ के संगीत के प्रति समर्पण की चर्चा पर हाॅल तालियों से गूंज उठा। डॉ.शांति यादव के संबोधन के बाद जिला प्रशासन की ओर से डीडीसी मुकेश कुमार ने उद्घाटन सत्र के समापन पर संचालन, पर्यवेक्षण एवं निर्णायक मंडल के सदस्यों के साथ-साथ प्रतिभागियों को भी इस आयोजन को सफल बनाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया।
अगले सत्र में निर्णायक मंडल के सदस्यगण- वरीय उप समाहर्ता अल्लामा मुख्तार, अरुण कुमार बच्चन, रवि रंजन, रेखा यादव, गांधी कुमार मिस्त्री एवं शशिप्रभा जायसवाल द्वारा अपर समाहर्ता शिव कुमार शैव, डॉ.मधेपुरी एवं डॉ.शांति यादव के अनुसार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का चयन शुरू कर दिया गया।
जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम दिन लोक संगीत, लोक नृत्य में प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। जहाँ शिवाली की प्रस्तुति पर दर्शक झूमने पर मजबूर दिखे वहीं सृजन दर्पण के कलाकारों की प्रस्तुति एवं विकास कुमार के निर्देशन की “बधैया समूह लोक नृत्य” में जमकर सराहना होती देखी गई। एक से बढ़कर उत्कृष्ट प्रदर्शन से गदगद हुए संगीत एवं कला प्रेमी दर्शक। आगे दूसरे दिन शास्त्रीय गीत एवं शास्त्रीय नृत्य के साथ चयनित सभी विधाओं के सर्वोत्कृष्ट कलाकारों को सम्मानित करते हुए राज्यस्तर पर होने वाले आयोजन के लिए निर्णायक मंडली के सभी सदस्यों की स्वीकृति व सहमति के साथ सूची प्रेषित कर दी जाएगी।