पिता ने दी समाज सेवा की सीख

शहर के जाने-माने समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने बताया कि अपने पिता स्मृतिशेष नत्थन प्रसाद मंडल के दिखाये मार्ग पर चलकर ही इस मुकाम तक पहुंचा हूं। पिताश्री मुझे हमेशा यही सिखाते थे कि कर्म ही मनुष्य को ऊंचाई प्रदान कराता है। सकारात्मक सोच एवं उच्च विचारों के साथ जीवन में आगे बढ़ने को कहते रहे थे। वे यह भी कहा करते कि जीवन के हर मोड़ पर मुश्किलें आती हैं, परंतु उन मुश्किलों का समाधान और निदान खुश रहकर तलाशना चाहिए। उनका कहना था कि हर समस्या का समाधान होता है। उन्हीं के बताएं मार्ग पर चलकर मैंने एक सफल शिक्षक के साथ-साथ बीएन मंडल विश्वविद्यालय में विकास पदाधिकारी, परीक्षा नियंत्रक, कुलानुशासक व कुलसचिव आदि पदों को प्राप्त किया है। यहां तक कि महामहिम राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम का करीबी भी बन गया हूं। भले वे आज मेरे साथ नहीं हैं, परंतु उनके दिखाएं मार्ग पर चलकर आज भी मैं लोगों की सेवा में लगा रहता हूं। मैं अपने पिताश्री एवं अन्य पितरों के प्रति जल तर्पण की जगह निरंतर मन तर्पण कर रहा हूं।

सम्बंधित खबरें